भोपाल। लोगों को तमाम तरह की चीजें एक ही स्थान पर मिल सके. इसके लिए कई बड़े शहरों में शॉपिंग मॉल बनाए गए हैं. इसी तर्ज पर शिवराज सरकार किसानों के हित में नवाचार करने जा रही है सरकार का उद्देश्य है कि किसानों को एक ही स्थानों पर तमाम तरह के सामान उपलब्ध हो सकें. इसे देखते हुए प्रदेश के प्रमुख शहरों में स्थापित कृषि मंडियों में कृषि मॉल का निर्माण करने जा रही है. सरकार के द्वारा इन मॉल को कुछ इस तरह से बनाया जाएगा कि एक ही छत के नीचे किसानों को तमाम तरह की सुविधाएं मिल सकेंगी.
पायलेट प्रोजेक्ट के तहत होगी शुरूआत
कृषि शॉपिंग मॉल से किसान अपने खेती-किसानी के लिए उचित दर और बढ़िया गुणवत्ता के जरूरी सामान यहां से खरीद सकेंगे. मंडियों की खाली जमीन पर किसान मॉल खोले जाएंगे. प्रदेश में जिन मंडियों में ये सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, उसके लिए सर्वे किया जा रहा है. फिलहाल शुरुआती दौर में सभी संभागों की एक-एक मंडियों में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरुआत की जाएगी.
किसानों को लाभ पहुंचाने का उद्देश्य
मॉल में किसान और उनकी समितियां अपनी उपज का उचित मूल्य प्राप्त कर सकेंगे. इसके अलावा कृषि के अन्य उपकरण और सामग्री यहां से खरीदे जा सकेंगे, कृषि से संबंधित सारे यंत्र, खाद-बीज आदि भी यहां पर उपलब्ध होंगे. इसमें किसानों को बिचौलियों से बचाकर खेती को लाभ का धंधा बनाने पर फोकस है.
किसानों के स्वास्थ्य का भी रखा गया ध्यान
राज्य शासन द्वारा बनाए जा रहे इस मॉल में स्वास्थ्य को लेकर भी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. मंडी में आए किसान की अचानक अगर तबियत खराब होती है तो उसके लिए डॉक्टर की सुविधा भी रहेगी. सरकार यहां किसान क्लीनिक का भी निर्माण करेगी. ताकि इमरजेंसी में प्राथमिक उपचार मिल सके.
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि, किसानों को उनकी जरूरत की सभी चीजें एक जगह मिल जाए. इसलिए सरकार प्रदेश में किसान मॉल बनाने जा रही है. उन्होंने बताया कि इस मॉल में किसानों के लिए सभी तरह की सुविधाएं होंगी. किसानों के साथ जो बाजारों में लूट होती है वो बंद हो. कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश की मंडियों में सारी सुविधाएं दी जाएंगी, ताकि हमारी मंडियां अपग्रेड हो और आदर्श मंडी के रूप में स्थापित किया जा सके.
मॉल में ये रहेंगी सुविधाएं-
- किसानों को एक ही परिसर में मिलेगा खाद बीज
- किसान क्लीनिक
- कृषि उपकरण
- कीटनाशक
- कृषि संबंधी सलाह