भोपाल। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में हुई घटना के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha) अब मध्य प्रदेश के गांव-गांव में पुतला दहन करेगा. किसान नेता शिव कुमार कक्का (Farmer Leader Shiv Kumar Kakka) ने कहा कि 5 अक्टूबर से अगले 10 दिनों तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह के पुतले फूंके जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार शांति पूर्ण तरीके से चल रहे आंदोलन को हिंसा के जरिए खत्म करना चाहती है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री इस तरह के बयान दे रहे हैं, उससे स्पष्ट है कि देश में लोकतंत्र खत्म हो गया है.
5 अक्टूबर से गांव-गांव में होंगे प्रदर्शन
किसान नेता शिवकुमार कक्का ने कहा कि हमें भी पता है कि हिंसात्मक आंदोलन की कोई उम्र नहीं होती इसलिए हमारे द्वारा लगातार शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन चलाए जा रहा है. सरकार इस आंदोलन को किसी भी तरह खत्म कराने पर अड़ी है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के किसान भी इस आंदोलन हमेशा साथ रहे हैं, लेकिन दूरी होने की वजह से मध्य प्रदेश के किसान बड़ी संख्या में आंदोलन में शामिल नहीं हो पाते हैं.
कक्का ने कहा कि ट्रैक्टर से दिल्ली तक जाने में 1 दिन और 2 रात का समय लगता है. लखीमपुर खीरी की घटना के खिलाफ मध्यप्रदेश में संयुक्त किसान मोर्चा 5 अक्टूबर से प्रदेश के हर गांव में प्रदर्शन पुतला दहन करेगा. 10 दिनों तक गांव-गांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य बीजेपी नेताओं के पुतला दहन किए जाएंगे.
आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश कर रही सरकार
संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारी शिव कुमार सिंह कक्का ने कहा कि लखीमपुर खीरी में जो घटना हुई आंदोलन को कुचलने की साजिश है. गृह राज्य मंत्री के बेटे ने किसानों पर गाड़ी चढ़ाई इसके वीडियो भी हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने साबित कर दिया है कि देश में लोकतंत्र नहीं है. देश में गुंडों का राज है. लखीमपुर खीरी में पीड़ित परिवारों से मिलने से रोका जा रहा है. उन्होंने कहा कि सोमवार शाम को संयुक्त मोर्चा की बैठक आयोजित की जाएगी. हालांकि इसमें से तीन नेता हाउस अरेस्ट हैं.
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान 8 लोगों की मौत हो गई. आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष ने प्रदर्शनकारियों पर गाड़ियां चढ़ा दी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. घटना के बाद भड़की हिंसा में चार अन्य लोगों के शव मिले हैं.