भोपाल। विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूराना ना करने पर प्रदेश के निष्कासित संविदा मलेरिया कर्मचारियों में मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ नाराजगी जाहीर की है. निष्कासित मलेरिया कर्मचारियों ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सामने गांधी टोपी लगाकर प्रदर्शन किया और सीएम कमलनाथ पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया.
निष्कासित मलेरिया वर्कर संविदा संघ के पदाधिकारी जितेंद्र शर्मा का कहना है कि, समस्त संविदा मलेरिया एमपीडब्ल्यू पिछले 10 सालों से काम कर रहे थे. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधानसभा चुनाव के समय वचन पत्र में निष्कासित संविदा कर्मियों की बहाली का वादा किया था. लेकिन बहाली प्रक्रिया में संविदा मलेरिया एमपीडब्ल्यू को शामिल नहीं किया गया.
जितेंद्र शर्मा ने सीएम कमलनाथ पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि, शासन के पक्षपातपूर्ण रवैया के विरोध में सभी निष्कासित संविदा मलेरिया कर्मियों ने गांधीगिरी से प्रदर्शन किया है. उनका कहना है कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर हमारा मध्यप्रदेश शासन से विनय पूर्वक निवेदन है कि, यदि हमें सात दिन में बहाली नहीं किया गया और रुका हुआ वेतन का भुगतान नहीं किया गया, तो मजबूर होकर हमें उग्र आंदोलन करना होगा. जिसकी जवाबदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी.