भोपाल। गणेश विसर्जन को लेकर प्रशासन की ओर से इस वर्ष विसर्जन घाट पर काफी सख्ती बरती जा रही है, लेकिन इसके बावजूद भी लोग बेखौफ होकर तालाबों में गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित कर रहे हैं. प्रशासन की ओर से दावा किया गया था कि इस वर्ष तालाबों में गणेश प्रतिमाएं विसर्जित नहीं की जाएंगी, जिसके लिए प्रशासन की ओर से अलग-अलग स्थानों पर विसर्जन के लिए व्यवस्था की गई थी लेकिन इसके बावजूद भी लोग कई तालाबों में गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित करते रहे हैं.
अनंत चतुर्दशी एवं मूर्ति विसर्जन के दौरान शहर में शांति व सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर डीआईजी शहर इरशाद वली एवं कलेक्टर भोपाल अविनाश लवानिया ने पीटगेट, प्रेमपुरा घाट, शीतल दास की बगिया, कलियासोत डेम, खटलापुरा आदि विसर्जन घाटों का निरीक्षण कर सुरक्षा व विसर्जन व्यवस्था का जायजा लिया साथ ही विसर्जन व्यवस्था में लगे अधिकारियों से चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए.
बता दें कि प्रशासन ने खटलापुरा घाट पर इस बार किसी भी मूर्ति का विसर्जन नहीं होने दिया है, क्योंकि पिछले वर्ष इसी घाट पर गणेश विसर्जन के दौरान 11 लोगों की जान नाव पलटने के कारण चली गई थी. हालांकि यहां पर प्रशासन की ओर से ड्रम रखे गए थे, जिसमें पानी भरा गया था. इसके अलावा कई जगह पर नगर निगम के सहयोग से काउंटर भी लगाए गए थे, जहां पर श्रद्धालु आकर अपनी गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित कर सकते थे.
हालांकि लोगों में इस का रुझान देखने को नहीं मिला है, यही वजह है कि नगर निगम के द्वारा जो विसर्जन के लिए विशेष काउंटर लगाए गए थे वहां पर बहुत कम संख्या में ही लोग गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए पहुंचे.
भोपाल कलेक्टर ने सभी विसर्जन घाटों का निरीक्षण भी किया है और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया है कि किसी भी हाल में लोगों को तालाबों के किनारे विसर्जन करने के लिए ना जाने दिया जाए. लेकिन इसके बावजूद भी शहर के शाहपुरा तालाब पर लोग बेखौफ होकर गणेश प्रतिमाएं विसर्जित कर रहे थे. इसके अलावा भदभदा पुल के पास भी लोग गणेश प्रतिमाएं विसर्जित कर रहे थे, यहां पर न ही पुलिस की व्यवस्था की गई थी और ना ही नगर निगम की टीम यहां पर लोगों को रोकने के लिए मौजूद थी. जिसकी वजह से लोग तालाब में जाकर विसर्जन करते रहे.
बता दें कि गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का यह सिलसिला अगले 2 दिनों तक जारी रहेगा इसे देखते हुए प्रशासन की ओर से इन सभी तालाबों पर प्रशासनिक व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है, इस दौरान यहां पर पुलिस एवं नगर निगम की टीमों की ड्यूटी 24 घंटे के लिए लगाई गई है, ताकि कोई हादसा ना हो.