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#WATCH | BJP leader Gopal Bhargava takes oath as Pro-tem Speaker of Madhya Pradesh Legislative Assembly, in Raj Bhawan, Bhopal pic.twitter.com/C430JKkSKg
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) December 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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भोपाल। सत्र की अवधि और तारीख तय करने के लिए विधानसभा सचिवालय ने राज्यपाल सचिवालय को प्रस्ताव भेजा है. जहां से अनुमति के बाद सत्र की अधिसूचना जारी की जाएगी. सत्र में सभी विधायकों को प्रोटेम स्पीकर 16वीं विधानसभा की सदस्यता की शपथ दिलाएंगे. इसके बाद विधायकों को सदन की कार्रवाई में भाग लेने की पात्रता होगी. इसके बाद सत्ता पक्ष स्पीकर के चयन का प्रस्ताव सदन में रखेगा. स्पीकर के चयन के बाद प्रोटेम स्पीकर की भूमिका अपने आप समाप्त हो जाएगी.
विधायकों की 2 दिन शपथ : प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि इस सत्र में विधायकों की शपथ होगी. इसके बाद वह विधानसभा की कार्रवाई में हिस्सा ले सकेंगे. 2 दिन विधायकों की शपथ चलेगी, इसके बाद विधायक विधानसभा अध्यक्ष को चुनेंगे. सरकार को लगता है कि इस सत्र में जो फैसले लिए हैं, उनको पारित करना है तो बाकी तारीखों में विधेयक पास किए जा सकते हैं. जब गोपाल भार्गव से पूछा गया कि बीजेपी में जिस तरह से सीएम पद को लेकर फैसले लिए जा रहे है, उसे किस तरह से देखते हैं. इस पर गोपाल भार्गव का कहना है कि बीजेपी इसी वजह से सबसे अलग पार्टी है.
कैबिनेट के फैसलों का स्वागत : उनका कहना है कि बीजेपी में छोटे से छोटे कार्यकर्ता को भी शीर्ष पद पर बैठा दिया जाता है, जहां की वह कल्पना भी नहीं कर सकता. जब पूछा गया कि गोपाल भार्गव को लोग किस भूमिका में देखेंगे. इस पर कहा कि यह फैसला हमारे नेतृत्व को करना है. जो जिम्मेदारी मिलेगी उसे सहर्ष स्वीकार करूंगा. जिस तरह से नए सीएम बनते ही डॉ. मोहन यादव ने फैसले लिए उसको देखकर कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश सरकार सनातन की तरफ बढ़ चली है, इस पर भार्गव का कहना है कि जो हमारी संस्कृति है, उसको देखते हुए फैसले लिए जा रहे हैं तो वह स्वागत योग्य है. कांग्रेस बेवजह मुद्दों को तूल देती है.
केवल लाड़ली बहना का योगदान नहीं : उनका कहना है कि जहां तक मांस की बिक्री का खुले में बेचने का सवाल है तो उससे प्रदूषण फैलता है और यह निर्णय तो पहले से ही है. अब उसको क्रियान्वयन करना है. जब उनसे पूछा गया कि बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला है क्या कहेंगे किसका जादू चला मोदी मैजिक या लाडली बहना. इस पर उन्होंने कहा कि अकेली लाड़ली बहनाओं को इसका श्रेय नहीं दिया जा सकता. सभी योजनाओं का असर देखने को मिला है. मोदी जी के काम को जनता ने दिल से पसंद किया है. इसी वजह से आने वाली लोकसभा की 29 सीटें जीतेंगे.
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कौन होता है प्रोटेम स्पीकर : प्रोटेम स्पीकर एक अस्थायी स्पीकर होता है, जिसे संसद या राज्य विधानसभा में कार्यवाही संचालित करने के लिए सीमित समय के लिए नियुक्त किया जाता है. प्रोटेम स्पीकर को आमतौर पर नई विधानसभा की पहली बैठक के लिए चुना जाता है, जहां स्पीकर का चुनाव होना बाकी हो. प्रोटेम स्पीकर पर कानून संविधान के अनुच्छेद 180(1) के तहत निर्धारित किया गया है. प्रावधान है कि जब अध्यक्ष या उपाध्यक्ष के पद रिक्त हों तो कार्यालय के कर्तव्यों का पालन 'विधानसभा के ऐसे सदस्य द्वारा किया जाना चाहिए जिसे राज्यपाल इस उद्देश्य के लिए नियुक्त कर सकते हैं.