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Black Death: कोरोना से भी खतरनाक है काली मौत की महामारी, पहले भी ले चुकी है करोड़ों लोगों की जान

बढ़ती वैश्विक गर्मी यानी ग्लोबल वार्मिंग को कम नहीं करेंगे तो दुनिया में ब्यूबोनिक प्लेग (Bubonic Plague) का खतरा बढ़ जाएगा.इस बीमारी ने पहले भी पूरी दुनिया में लाखों लोगों को मारा है. इस जानलेवा बीमारी का दुनिया में तीन बार हमला हो चुका है

Black Death
काली मौत
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Published : Oct 12, 2021, 1:56 PM IST

Updated : Oct 12, 2021, 2:17 PM IST

हैदराबाद। दुनिया कोरोना से जूझ रही है. ऐसे में विश्व के लिए कोरोना से भी खतरनाक एक और बुरी खबर हो सकती है. दरअसल, रूस की एक बड़ी डॉक्टर ने चेतावनी दी है कि अगर लोग बढ़ती वैश्विक गर्मी यानी ग्लोबल वार्मिंग को कम नहीं करेंगे तो दुनिया में ब्यूबोनिक प्लेग (Bubonic Plague) का खतरा बढ़ जाएगा.

पहले भी इस बीमारी से करोड़ों लोगों की गई है जान
इस बीमारी ने पहले भी पूरी दुनिया में लाखों लोगों को मारा है. इस जानलेवा बीमारी का दुनिया में तीन बार हमला हो चुका है. पहली बार में इस बीमारी ने 5 करोड़, दूसरी बार में पूरे यूरोप की एक तिहाई आबादी और तीसरी बार 80 हजार लोगों की जान ली थी. इसे ब्लैक डेथ (Black Death) या काली मौत के नाम से भी जाना जाता है.

ग्लोबल वार्मिंग से बढ़ेगा ब्यूबोनिक
रूस की डॉक्टर अन्ना पोपोवा ने कहा कि ब्यूबोनिक प्लेग (Bubonic Plague) के लौटने की आशंका इसलिए ज्यादा है क्योंकि ग्लोबल वार्मिंग लगातार बढ़ती जा रही है. पिछले कुछ वर्षों में रूस, चीन और अमेरिका में काली मौत के मामले सामने आए हैं. डॉ. अन्ना पोपोवा ने कहा कि इसका भयानक रूप अफ्रीका में देखने को मिल सकता है, क्योंकि वहां इसके फैलने की आशंका काफी ज्यादा हैं.

फिर से आ सकता है ब्यूबोनिक प्लेग
डॉ. अन्ना पोपोवा ने कहा कि पर्यावरण में लगातार हो रहे बदलाव की वजह से जलवायु परिवर्तन हो रहा है. वैश्विक गर्मी बढ़ रही है, जिससे जैसे ब्यूबोनिक प्लेग के दोबारा से सिर उठाने की आशंका बढ़ रही है. हमें पता है कि काली मौत के मामले साल-दर-साल दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में सामने आ रहे हैं, लगातार इनकी संख्या बढ़ रही है. इस बीमारी को फैलाने वाली मक्खियों की संख्या में इजाफा हो रहा है.

102 साल की विद्या देवी को कोरोना ने याद दिलाया प्लेग, कहा-डरो नहीं, हिम्मत से लड़ो

ब्यूबोनिक प्लेग (Bubonic Plague) जिस बैक्टीरिया की वजह से होता है उसका नाम है यर्सिनिया पेस्टिस बैक्टीरियम (Yersinia Pestis Bacterium). यह बैक्टीरिया शरीर के लिंफ नोड्स, खून और फेफड़ों पर हमला करता है. इससे उंगलियां काली पड़कर सड़ने लगती हैं. नाक के साथ भी ऐसा ही होता है. ब्यूबोनिक प्लेग को गिल्टीवाला प्लेग भी कहते हैं. इसमें शरीर में असहनीय दर्द, तेज बुखार होता है. नाड़ी तेज चलने लगती है.

हैदराबाद। दुनिया कोरोना से जूझ रही है. ऐसे में विश्व के लिए कोरोना से भी खतरनाक एक और बुरी खबर हो सकती है. दरअसल, रूस की एक बड़ी डॉक्टर ने चेतावनी दी है कि अगर लोग बढ़ती वैश्विक गर्मी यानी ग्लोबल वार्मिंग को कम नहीं करेंगे तो दुनिया में ब्यूबोनिक प्लेग (Bubonic Plague) का खतरा बढ़ जाएगा.

पहले भी इस बीमारी से करोड़ों लोगों की गई है जान
इस बीमारी ने पहले भी पूरी दुनिया में लाखों लोगों को मारा है. इस जानलेवा बीमारी का दुनिया में तीन बार हमला हो चुका है. पहली बार में इस बीमारी ने 5 करोड़, दूसरी बार में पूरे यूरोप की एक तिहाई आबादी और तीसरी बार 80 हजार लोगों की जान ली थी. इसे ब्लैक डेथ (Black Death) या काली मौत के नाम से भी जाना जाता है.

ग्लोबल वार्मिंग से बढ़ेगा ब्यूबोनिक
रूस की डॉक्टर अन्ना पोपोवा ने कहा कि ब्यूबोनिक प्लेग (Bubonic Plague) के लौटने की आशंका इसलिए ज्यादा है क्योंकि ग्लोबल वार्मिंग लगातार बढ़ती जा रही है. पिछले कुछ वर्षों में रूस, चीन और अमेरिका में काली मौत के मामले सामने आए हैं. डॉ. अन्ना पोपोवा ने कहा कि इसका भयानक रूप अफ्रीका में देखने को मिल सकता है, क्योंकि वहां इसके फैलने की आशंका काफी ज्यादा हैं.

फिर से आ सकता है ब्यूबोनिक प्लेग
डॉ. अन्ना पोपोवा ने कहा कि पर्यावरण में लगातार हो रहे बदलाव की वजह से जलवायु परिवर्तन हो रहा है. वैश्विक गर्मी बढ़ रही है, जिससे जैसे ब्यूबोनिक प्लेग के दोबारा से सिर उठाने की आशंका बढ़ रही है. हमें पता है कि काली मौत के मामले साल-दर-साल दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में सामने आ रहे हैं, लगातार इनकी संख्या बढ़ रही है. इस बीमारी को फैलाने वाली मक्खियों की संख्या में इजाफा हो रहा है.

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ब्यूबोनिक प्लेग (Bubonic Plague) जिस बैक्टीरिया की वजह से होता है उसका नाम है यर्सिनिया पेस्टिस बैक्टीरियम (Yersinia Pestis Bacterium). यह बैक्टीरिया शरीर के लिंफ नोड्स, खून और फेफड़ों पर हमला करता है. इससे उंगलियां काली पड़कर सड़ने लगती हैं. नाक के साथ भी ऐसा ही होता है. ब्यूबोनिक प्लेग को गिल्टीवाला प्लेग भी कहते हैं. इसमें शरीर में असहनीय दर्द, तेज बुखार होता है. नाड़ी तेज चलने लगती है.

Last Updated : Oct 12, 2021, 2:17 PM IST
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