भोपाल। ई-टेंडर घोटाले में दतिया-ग्वालियर के 14 किसान भी जांच के घेरे में आ गए हैं. इन किसानों के खातों में करीब 32 करोड़ रुपए जमा किए गए थे, जिसके बाद इन रुपयों से किसानों ने भोपाल के पास सुल्तानपुर में जमीन भी खरीदी थी. इसका खुलासा पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के करीबी मुकेश शर्मा से पूछताछ में हुआ है.
इओडब्ल्यू की टीम इन किसानों के पतों की तस्दीक कर इन से भी पूछताछ करेगी. हाल ही में ईओडब्ल्यू ने पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के एक करीबी और इंदौर के कारोबारी मुकेश शर्मा को पूछताछ के लिए तलब किया था. मुकेश शर्मा से पूछताछ में ईओडब्ल्यू को जानकारी मिली थी कि शर्मा ने नागार्जुन कंस्ट्रक्शन और सिंप्लेक्स इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी से मिले कमीशन की राशि को इन 14 किसानों के खातों में जमा कराया था.
इसके बाद इन किसानों ने ही इस राशि से भोपाल के पास सुल्तानपुर में जमीनें खरीदी थीं. अब EOW इन सभी 14 किसानों के नाम और पतों की तस्दीक कर रही है. इन किसानों के बयान दर्ज करने के साथ ही उनकी संपत्ति का ब्योरा भी ईओडब्ल्यू जुटा रही है. इंदौर में ई-टेंडर के जरिए हैदराबाद और कोलकाता की दो बड़ी कंपनियों को सीवरेज के टेंडर दिए गए थे.
यह टेंडर करोड़ों रुपए के थे. इन दो कंपनियों ने इंदौर की पांच छोटी कंपनियों के खातों में मोटी रकम जमा कराई थी. इसके बाद इन पांच छोटी कंपनियों ने ग्वालियर और दतिया के 14 किसानों के खातों में 32 करोड़ रुपए की राशि जमा कराई थी. इन बैंक ट्रांजैक्शन के सभी सबूत भी ईओडब्ल्यू के हाथ लगे हैं. माना जा रहा है कि इस मामले में जांच के बाद पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा पर भी इओडब्ल्यू का शिकंजा कस सकता है.
इन किसानों के खातों में जमा कराए गए थे 25-25 लाख रुपये
- रामचन्द्र पराशर
- कमलेश चौधरी
- खेमराज सिंह चौहान
- संतोष कुमार शर्मा
- सुखदेव सिंह
- सुरेश चंद्र उपाध्याय
- धर्मेंद्र चौधरी
- राजकुमार
- वीरेंद्र कुमार शर्मा
- संजय साहू
- प्रदीप कुमार शर्मा
- चन्द्र कुमार शर्मा
- विजय कुमार श्रीवास्तव
- रमेश कुमार