भोपाल। मध्यप्रदेश में हज़ार करोड़ के ई-टेंडर घोटाले की परतें दिन-ब-दिन खुलती जा रही हैं. अब संदेह के घेरे में 550 से भी ज्यादा ई-टेंडर आ गए हैं. EOW ने 9 टेंडरों को लेकर एफआईआर दर्ज की है. इन्वेस्टिगेशन में EOW को और भी ई-टेंडर्स में गड़बड़ियां मिली हैं, जिसकी संख्या 500 से ज्यादा है. जिसके बाद ईओडब्ल्यू ने सभी विभागों से जानकारी मांगी है.
EOW की टीम ने 9 टेंडरों को लेकर एफआईआर दर्ज की है. इन टेंडरों की पड़ताल के साथ ही EOW को कई और टेंडर्स में भी गड़बड़ी की आशंका है. यही वजह है कि पहले इन 9 टेंडरों पर फोकस किया जाएगा. इसके बाद दूसरे टेंडरों को भी जांच में लिया जाएगा. साल 2012 से अब तक जारी हुए ई-टेंडर की भी जांच आने वाले समय में की जाएगी.
अगर इनमें गड़बड़ियां पाई जाती है, तो एफआईआर भी दर्ज की जाएगी. लेकिन यह टेंडर करीब साढ़े 3 लाख के आसपास है. ऐसे में परीक्षण करना ईओडब्ल्यू के लिए भी टेढ़ी खीर साबित होगा. साथ ही परीक्षण में लंबा समय भी लग सकता है. ईओडब्ल्यू डीजे केएन तिवारी का कहना है कि सभी विभागों को इन सभी टेंडर्स की जानकारी देने के लिए निर्देशित किया गया है.