भोपाल। शहर के एक बड़े कारोबारी अशोक नंदा के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने जांच के लिए शिकायत पंजीबद्ध कर ली है. शिकायत में अशोक नंदा पर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि, साल 2003 से लेकर 2010 तक स्वास्थ्य विभाग के अधिकांश टेंडर अशोक नंदा की ही कंपनी को जारी किए गए हैं, जिसमें गड़बड़ी की आशंका है. माना जा रहा है कि मामले में विस्तृत जांच के बाद जल्द ही एफआईआर दर्ज की जा सकती है.
अशोक नंदा पर आरोप है कि उन्होंने अधिकारियों से मिलीभगत कर स्वास्थ्य विभाग के टेंडरों में करोड़ों का भ्रष्टाचार किया है. शिकायत में यह भी आरोप लगे हैं कि, साल 2003 से लेकर साल 2010 यानी कि करीब सात सालों तक स्वास्थ्य विभाग में अधिकांश टेंडर अशोक नंदा की कंपनी को ही जारी किए हैं. जिनमें मालवा ड्रग हाउस मंडीदीप नाम की भी नंदा की एक कंपनी शामिल है. इतना ही नहीं अशोक नंदा पर फर्जी फर्म बनाकर सरकार को गुमराह करने के भी आरोप लगे हैं.
बताया जा रहा है कि अशोक नंदा की दो तत्कालीन आईएएस और एक आईपीएस अफसर के अलावा कुछ राजनेताओं से भी मिलीभगत थी, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग के अधिकांश टेंडर नंदा की कंपनियों को ही जारी किए जाते थे. फिलहाल ईओडब्ल्यू ने शिकायत दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. जांच के बाद अशोक नंदा के अलावा कुछ आईएएस और आईपीएस अफसरों समेत राजनेताओं पर भी ईओडब्ल्यू शिकंजा कस जा सकता है.