भोपाल| बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में चुनाव आयोग से राहत मिल सकती है. इस मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी सुदामा खड़े ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को आचार संहिता उल्लंघन का नोटिस भेजा था, जिसके जवाब में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा है कि मामले में वे पहले ही माफी मांग चुकी हैं.
भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की तरफ से बीजेपी के प्रदेश संयोजक शांतिलाल लोढ़ा द्वारा भेजे गए जवाब में कहा गया है कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने जब यह बयान दिया था, उस वक्त उन्होंने नामांकन दाखिल नहीं किया था. साथ ही वे अपने बयान के लिए पहले ही माफी मांग चुकी हैं. लिहाजा इस मामले में उन्हें राहत दी जाए. नोटिस के जवाब के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा रिपोर्ट तैयार कर मुख्य चुनाव पदाधिकारी को भेज दिया गया है. माना जा रहा है कि मामले में प्रज्ञा ठाकुर को चुनाव आयोग से राहत मिल सकती है. वहीं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने बाबरी मस्जिद को लेकर भी विवादित बयान दिया था, जिसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए उनके खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी है.
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने हेमंत करकरे पर दिया था बयान
गौरतलब है कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कार्यकर्ताओं से चर्चा के दौरान मालेगांव बम धमाके के आरोप में गिरफ्तारी और उन पर हुई कार्रवाई के संबंध में कहा था कि उन दिनों वे मुंबई जेल में थी. जांच आयोग ने सुनवाई के दौरान एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे को बुलाया और कहा कि जब प्रज्ञा के खिलाफ कोई सबूत नहीं है, तो उन्हें छोड़ क्यों नहीं देते. इसके बाद प्रज्ञा ने कहा कि हेमंत करकरे ने उनसे कई तरह के सवाल किए थे. प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि उस समय मैंने करकरे से कहा था कि तेरा सर्वनाश होगा. उसी दिन से उस पर सूतक लग गया था और सवा माह के भीतर ही आतंकवादियों ने उसे मार दिया. बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने तो हेमंत करकरे को शहीद मानने से ही इनकार कर दिया था. हालांकि मामला गरमाने के बाद उन्होंने माफी मांग ली थी.