भोपाल। राजधानी में आदिवासी लोक कला एवं बोली विकास अकादमी का आयोजन किया गया, जो मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा जनजातीय संग्रहालय में आयोजित की गई. इस कार्यक्रम में प्रदेश सहित अन्य राज्यों जैसे उत्तरप्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के पारंपरिक शिल्पकार शामिल हुए.
देश में मिट्टी के खिलौनों का प्रचलन कई सालों से है. बदलते समय में मिट्टी के खिलौने मिलना बंद हो गए हैं. मिट्टी के खिलौनों को रंगों से सजाया जाता है. आज के समय में बच्चों को मिट्टी के खिलौने से परिचित कराने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया है. इसका मुख्य उद्देश्य प्लास्टिक से होने वाले नुकसान से बचाने और उपयोगिता समझाने के लिए किया जा रहा है.