भोपाल। लॉकडाउन के चलते फैमिली कोर्ट के मामले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुलझाए जा रहे हैं. लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू होने के बाद सरकार ने कई क्षेत्रों में छूट दी है, जिसमें शराब की दुकानें भी शामिल हैं. प्रदेश में शराब की दुकानें खुलने से घरेलू हिंसा के मामले बढ़ने लगे हैं. राजधानी के शाहपुरा इलाके से एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां एक पिता ने शराब खरीदने के लिए बच्चों की स्कूल फीस और बची हुई सेविंग्स खत्म कर दी, जिसके चलते घर में खाने के लिए राशन की तंगी शुरू हो गई है.
काउंसलर सरिता रजानि के मुताबिक उनके पास शराब से जुड़े कई मामले आए हैं. कहीं शराब की वजह से मारपीट के मामले आए, तो कहीं शराब खरीदने के लिए घर की सेविंग खत्म करने जैसे मामले पारिवारिक कलह की वजह बन रहे हैं. काउंसलर ने बताया कि, एक ऐसा ही मामला राजधानी के शाहपुरा इलाके से आया है. जहां एक व्यक्ति ने शराब खरीदने के लिए अपने घर की सारी सेविंग्स खत्म कर दिया. मामले की शिकायत पत्नी द्वारा की गई, जिसने बताया कि जैसे ही शराब की दुकान खुली, उनके पति ने बच्चों की स्कूल फीस के पैसे शराब खरीदने में खर्च कर दिए.
उन्होंने कहा लॉकडाउन के चलते स्कूल नहीं लग रहे हैं. ऐसे में बच्चों की स्कूल की फीस सेविंग करके रखी है. लॉकडाउन खुलते ही फीस जमा करनी है, लेकिन पति ने कहा, स्कूल तो अभी खुले नहीं हैं. लेकिन शराब की दुकानें खुली हैं. ऐसा ही एक मामला बैरागढ़ इलाके से आया, जहां ससुर ने शराब की दुकानें खुलते ही बड़ी मात्रा में शराब खरीदी और प्रतिदिन शराब पीकर शहर भर में घूम रहे हैं और नशे में घर आते हैं. जिससे बहू बेटों में कोरोना संक्रमण का डर बढ़ गया है. उनका कहना है कि, अगर इसी तरह यह शराब पीकर शहर भर में घूमेंगे और फिर घर आएंगे तो ऐसे में बच्चों को कैसे सुरक्षित रखा जाएगा.
बहू ने फैमिली कोर्ट में शिकायत दर्ज करवा कर ससुर को घर से बाहर निकालने की बात कही है. बहू का कहना है कि, अगर ऐसे ही शराब पीकर घर को बर्बाद किया जाएगा, तो वो अपने दोनों बच्चों को लेकर लॉकडाउन में मायके चले जाएंगी, फिलहाल इन मामलों की सुनवाई फैमिली कोर्ट में चल रही है, जिसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुलझाया जा रहा है.