भोपाल। उत्तरप्रदेश के गोरखपुर स्थित बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन खत्म होंने से 70 बच्चों की मौत हो गई थी. इस मामले में यूपी सरकार नें डॉक्टर कफील को दोषी मानते हुए जेल भेज दिया था. नौ महीने जेल में रहने के बाद डॉक्टर कफील मंगलवार को कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के साथ राजधानी भोपाल में मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान डॉक्टर कफील नें खुद को निर्दोष बताते हुए योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
उत्तर प्रदेश के डॉक्टर कफिल नें योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, सरकार ने तत्कालीन मंत्री आशुतोष टंडन को बचाने के लिए मुझ पर तमाम आरोप लगाए गए थे. 22 अगस्त 2017 को योगी सरकार ने जो जांच रिपोर्ट जारी की है, उसे 2 साल तक रोक कर रखा गया था. 18 अप्रैल 2019 को इस रिपोर्ट को सरकार को सौंप दिया गया था, जांच रिपोर्ट में मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं.
डॉक्टर कफील ने कहा कि मेरे उपर सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ बोले जाने के आरोप लगाकर केस बनाया गया है. डॉक्टर कफील ने तत्कालीन मंत्री आशुतोष टंडन और प्रमुख सचिव स्वाथ्य को इस मामले के लिए जिम्मेदार बताया है. साथ ही इस पूरी घटना की सीबीआई जांच की मांग भी की है.
डॉक्टर कफील ने रखी अपनी बात
जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ है कि डॉक्टर कफील की तरल आक्सीजन के सिलिंडर के रखरखाव, टेंडर और भुगतान प्रक्रिया में कोई भूमिका नहीं थी. क्लीन चिट मिलने के बाद डॉक्टर कफील ने बताया कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 54 घंटों तक तरल आक्सीजन की कमी थी, जिसकी वजह से लगभग 70 नवजात शिशुओं की मौत अगस्त माह के एक हफ्ते के दौरान हुई.