भोपाल। कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह कोरोना काल में लगातार प्रदेश की शिवराज सरकार पर हमलावर हैं. इसी क्रम में उन्होंने मंगलवार को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कोविड से हुई मौतों के परिजनों को 4-4 लाख रु.की मांग करने वाली ग्वालियर महिला कांग्रेस अध्यक्ष रुचि गुप्ता के खिलाफ एफआईआर किए जाने के विरोध में ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है. साथ ही मामला रद्द करने की मांग की है.
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शिवराज जी,यह कौन सा न्याय है कि आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कोविड से हुई मौतों के परिजनों को 4-4 लाख रु.की मांग करने वाली ग्वालियर महिला कांग्रेस अध्यक्ष रुचि गुप्ता जी के खिलाफ FIR ? प्रदेश में एक लोकतांत्रिक सरकार है या इसे कुचलने वाला गिरोह? प्रकरण तत्काल रद्द करें। #Movid
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— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 29, 2021
दिग्विजय ने की ये मांग
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने ट्वीट कर लिखा, "शिवराज जी,यह कौन सा न्याय है कि आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कोविड से हुई मौतों के परिजनों को 4-4 लाख रु.की मांग करने वाली ग्वालियर महिला कांग्रेस अध्यक्ष रुचि गुप्ता जी के खिलाफ FIR ? प्रदेश में एक लोकतांत्रिक सरकार है या इसे कुचलने वाला गिरोह? प्रकरण तत्काल रद्द करें."
क्या था पूरा मामला
दरअसल, ग्वालियर में महिला कांग्रेस अध्यक्ष रूचि गुप्ता समेत अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं ने कोरोना पीड़ितों को राहत देने के लिए की गई घोषणाओं का लाभ नहीं मिलने पर, केंद्र और राज्य सरकार की प्रतीकात्मक शव यात्रा निकाली थी. प्रदर्शन के दौरान पीएम मोदी और सीएम शिवराज के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए गए थे.
कलेक्टर के आदेश का पालन न करने पर कार्रवाई
बता दें कि प्रतीकात्मक शव यात्रा के दौरान की गई नारेबाजी पर आपत्ति जताते हुए बीजेपी ने एसपी को लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की थी. कोरोना काल में जहां लगातार गाइडलाइन के पालन को लेकर निर्देश दिए जा रहे हैं, वहीं दूसरी और महज 15 दिन के अंदर ये दूसरा मामला है जब कांग्रेसियों के खिलाफ धारा 144 का उल्लघंन करने पर मामला दर्ज किया गया है.
रुचि गुप्ता समेत अन्य कार्यकर्ताओं पर भी कार्रवाई
फिलहाल, राजमाता चौराहे पर शनिवार को प्रदर्शन करने पर यूनिवर्सिटी थाना पुलिस ने रुचि गुप्ता समेत करीब 10 अन्य महिलाओं के खिलाफ कलेक्टर के आदेश का उल्लंघन का मामला दर्ज किया है. मामला जब कांग्रेस के वरिष्ट नेता दिग्विजय के संज्ञान में आया तो, उन्होंने ट्वीट कर अपनी नाराजगी व्यक्त की. साथ ही तत्काल प्रभाव से एफआईआर रद्द करने की मांग करते हुए प्रदेश की शिवराज सरकार को लोकतंत्र कुचलने वाला गिरोह करार दिया है.
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बिजली बिल को लेकर शिवराज सरकार पर हमला
बता दें कि ये पहला मौका नहीं है, जब कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर निशाना साधा है. दिग्विजय ट्वविटर के जरिए लगातार बीजेपी पर हमलावर हैं. इससे पहले उन्होंने, कोरोना काल में बढ़ती मंहगाई के साथ बढ़े हुए बिजली के बिल को लेकर शिवराज सरकार पर हमला बोला था. दिग्विजय ने ट्ववीट कर लिखा, "कोरोना काल में गरीब मजदूर किसान मध्यम वर्गीय परिवार महंगाई की मार से परेशान. उसके ऊपर बढ़े हुए बिजली के बिल. लोग कमलनाथ जी की सरकार को याद कर रहे हैं. मामू आप कहॉं है? इन गरीबों से बढ़े हुए बिजली के बिल वसूले जा रहे हैं."