भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा भगवा को लेकर दिया बयान अब विवादों में घिरता नजर आ रहा है. दिग्विजय सिंह के इस बयान के खिलाफ कई सामाजिक संगठन विरोध में उतर आए हैं. संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी निशाना साधते हुए कहा है कि इस तरह के बयान के बाद दिग्विजय की मंशा पर संदेह होने लगा है.
चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने संत समागम कार्यक्रम में जो बयान दिया है, वह सरासर गलत है. कुछ तथाकथित लोग अगर इस तरह का कृत्य कर रहे हैं, तो उसका दंड भी उन्हें मिल रहा है. उन्होंने कहा कि कानून उनको सजा सुना रहा है. लेकिन जिस तरह के बयान दिग्विजय सिंह द्वारा लगातार भगवे को लेकर दिए जा रहे हैं, उससे कहीं ना कहीं उनकी मंशा पर अब संदेह होने लगा है.
चंद्रशेखर ने कहा कि क्या मदरसों और चर्चों में इस तरह के कार्य नहीं हो रहे हैं. जो भी गलत कृत्य करेगा वह वैसा भरेगा. लेकिन दिग्विजय सिंह की आदत है कि हिंदुओं को कहीं ना कहीं आरोपित करना और उनको बदनाम करना. उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर भगवा शब्द जो है उनकी आंखों की किरकिरी है. कभी वह भगवा को आतंकवाद बोलते हैं तो कभी भगवा धारियों को बलात्कारी और गुंडा बोलते हैं.
उन्होंने कहा कि इस तरह के निंदनीय बयान वह भी संतों की बीच में बोल रहे हैं. संतों को उनके बयान की निंदा करनी चाहिए और संत समाज को दिग्विजय सिंह के बयान की निंदा करके इनका बहिष्कार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि संस्कृति बचाओ मंच दिग्विजय सिंह से मांग करता है कि वे अपने बयान पर माफी मांगे और हिंदू समाज समाज व भगवा धारी सन्तों को इस प्रकार अपमानित करने की कोशिश ना करें. वरना उनके खिलाफ सड़क पर उतर कर विरोध किया जाएगा. बता दें भोपाल के मिंटो हॉल में आयोजित किए गए संत समागम में दिग्विजय सिंह ने कहा कि भगवा की आड़ में लोग मंदिरों में बलात्कार कर रहे हैं.