भोपाल। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, असम और केरल में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया. इसके साथ ही सभी राजनीतिक दल पूरे जोर सोर से प्रचार में जुट गए. इसके साथ ही नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी और ओवैसी को भाई भाई बताया है.
मोदी ओवैसी भाई-भाई
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए पीएम मोदी और ओवैसी को निशाने पर लिया है. दिग्विजय सिंह ने ओवैसी को वोटकटवा घोषित करते हुए, बीजेपी का सहायक बताया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा की 'तू जहां-जहां चलेगा, मेरा साया साथ होगा ! मोदी ओवैसी भाई-भाई.
बंगाल के रण में ओवैसी
भले की चुनाव पांच राज्यों में हो लेकिन सबसे बड़ा टारगेट सभी दलों के लिए बंगाल ( Bengal Assembly Elections ) माना जा रहा है. खास तौर से बीजेपी बंगाल में अपनी पैठ बनाने के लिए जी-जान लगा रही है. वहीं अपनी पार्टी को पूरे देश में विस्तार दे रहे ओवैसी भी पूरे दम के साथ बंगाल के रण में कूद गए हैं.
वोटकटवा का टैग हटाने की चुनौती
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को अब तक वोटकटवा की श्रेणी में रखा जाता था. कांग्रेस बार-बार उनपर धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को कमजोर करने का आरोप लगाती रहीं हैं. लेकिन इस बार एआईएमआईएम को बिहार विधानसभा में पांच सीटें मिलीं, जिसके बाद वे पार्टी की सफलता से प्रफुल्लित होकर प. बंगाल और यूपी के रण में कूद गए हैं.
हमेशा रहे कांग्रेस के निशाने पर
कांग्रेस समेत तमाम बिजेपी विरोधी पार्टियों का आरोप है कि ओवैसी, बीजेपी को जिताने के लिए चुनाव लड़ते हैं. उनका मानना है कि ओवैसी मुस्लिम और दलित वोट का बिखराव कराकर बीजेपी का मत प्रतिशत बढ़ा देते हैं. इसी कारण कई बार ओवैसी की पार्टी को बीजेपी फाइनेंस पार्टी भी बताया जाता रहा है.