भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय निर्वाचन आयोग पहुंचे. जहां उन्होंने बीजेपी के नेताओं के द्वारा दिए जा रहे विवादित बयानों की निर्वाचन आयोग से शिकायत की. वहीं पूर्व सीएम ने चुनाव आयोग में ड्यूटी कर रहे अधिकारी और कर्मचारियों पर भरोसा न होने की बात कही है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार चुनाव अधिकारियों के दम पर जीतना चाहती है. वहीं पूर्व सीएम ने पोस्टल बैलेट पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब पोस्टल बैलेट की लिस्ट ही नहीं मिली है.
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पूर्व सीएम ने कहा कि उम्मीदवारों को डेट विड्रोल के तुरंत बाद पोस्टल बैलट की लिस्ट मिल जानी चाहिए थी, जो अभी तक हमें नहीं मिल पाई है. कोविड को ध्यान में रखते हुए 80 की उम्र से ज्यादा लोग, दिव्यांग और सस्पेक्टेड कोविड में प्रभावित लोगों के लिए पोस्टल बैलट की व्यवस्था हो, इसकी सूची तैयार हो गई थी. लेकिन अभी तक कांग्रेस उम्मीदवारों को इसकी जानकारी नहीं दी गई है. जबकि पोस्टल बैलेट डालना शुरू हो चुके हैं.
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जिन प्रत्याशियों पर मामले हैं दर्ज उन पर हो कार्रवाई
दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा बेईमान अधिकारियों के दम पर चुनाव जीतना चाहती है. उन्होंने कहा कि हमने चुनाव आयोग से मांग की है कि जिन प्रत्याशियों के खिलाफ मामले दर्ज हैं. उन पर कार्रवाई हुई है या नहीं इसकी लिस्ट हमें दी जाए. उन्होंने कहा कि पिछली बार जब हम आए थे, उसमें शिकायत सही साबित हुई, लेकिन कहीं किसी पर कार्रवाई नहीं की गई. जन अभियान परिषद के लोगों को फिर बहाल कर दिया और वह फिर से प्रचार कर रहे हैं. दिग्विजय सिंह ने आयोग से मांग करते हुए कहा कि सेंटर फोर्स का प्रयोग पोलिंग बूथ पर किया जाए.
पहले भी दिग्विजय उठा चुके हैं सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की है. अगस्त 2020 में फेसबुक पर हेट स्पीच को लेकर छिड़ी बहस के बीच दिग्विजय सिंह ने कहा था कि 2024 संसदीय चुनाव भारत का आखिरी संसद चुनाव हो सकता है, अगर हम भारतीय बैलेट पेपर पर वापस जाने के लिए नहीं उठते हैं. तब भी दिग्विजय सिंह के इस बयान पर खूब बवाल हुआ था.