ETV Bharat / state

मुस्लिम समुदाय की मांग: धार्मिक स्थलों पर लगी रोक हटाई जाए - मुस्लिम समुदाय

कोरोना वायरस संक्रमण के चलते इस वक्त सरकार ने कई स्थानों पर आने-जाने को लेकर रोक लगाई है, जिसमें धार्मिक स्थल भी शामिल है. लेकिन लोग अब इस रोक को हटाए जाने की मांग कर रहे हैं.

Muslim community
मुस्लिम समुदाय
author img

By

Published : Mar 28, 2021, 2:58 PM IST

भोपाल। कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक बार फिर से बढ़ने के बाद प्रदेश सरकार ने कई प्रतिबंध लगा दिए हैं. सरकार ने त्योहारों पर धार्मिक स्थलों पर भीड़ बढ़ जाने के मद्देनजर वहां जाने को लेकर रोक लगाई है, लेकिन राजधानी में शुक्रवार को सरकार के इन नियम का विरोध शुरु हो गया है.

  • धार्मिक स्थलों पर ही रोक क्यों?

धार्मिक स्थलों पर पाबंदियों को लेकर राजधानी के निवासी काजी सैयद मुश्ताक अली नदबी का कहना है कि बाजार खुल रहे हैं, कंपनियों और सरकारी कार्यालयों में भी लोगों का आना-जाना जारी है, लेकिन सरकार ने मंदिर, मस्जिद पर लोगों के जाने पर रोक लगाई है. उन्होंने कहा कि सरकार का इस तरह का फैसला हैरान करने वाला है और इससे लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं.

मुस्लिम समुदाय

कोई बोले खेला कोई बताए खेल, लाखों की इस भीड़ में भैया कोरोना हुआ फेल

  • पत्र लिखकर रोक हटाने की मांग

वहीं, सरकार की इन पाबंदियों को लेकर मुस्लिम समुदाय ने शासन-प्रशासन को एक पत्र लिखा है, जिसमें धार्मिक स्थलों पर लगी रोक को हटाने की बात लिखी गई है. पत्र लिखने वालों में काजी सैयद मुश्ताक अली नदबी, मुफ्ती अबुल कलाम खान कासमी, नायब शहर काजी सैयद बाबर अली, नायब मुफ्ती जसीम दाद, मुफ्ती रईस अहमद खान कासमी, मस्जिद कमेटी के प्रभारी सचिव यासिर अराफात का नाम शामिल है.

  • गाइडलाइन का होगा पालन
    पत्र लिखने वालों ने कहा कि रोक के आदेश को संशोधित कर लोगों को पूजा और इबादत करने की इजाजत दी जाए. उन्होंने कहा कि लोग कोरोना गाइडलाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर, मास्क लगाकर इबादत करने को तैयार हैं.

भोपाल। कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक बार फिर से बढ़ने के बाद प्रदेश सरकार ने कई प्रतिबंध लगा दिए हैं. सरकार ने त्योहारों पर धार्मिक स्थलों पर भीड़ बढ़ जाने के मद्देनजर वहां जाने को लेकर रोक लगाई है, लेकिन राजधानी में शुक्रवार को सरकार के इन नियम का विरोध शुरु हो गया है.

  • धार्मिक स्थलों पर ही रोक क्यों?

धार्मिक स्थलों पर पाबंदियों को लेकर राजधानी के निवासी काजी सैयद मुश्ताक अली नदबी का कहना है कि बाजार खुल रहे हैं, कंपनियों और सरकारी कार्यालयों में भी लोगों का आना-जाना जारी है, लेकिन सरकार ने मंदिर, मस्जिद पर लोगों के जाने पर रोक लगाई है. उन्होंने कहा कि सरकार का इस तरह का फैसला हैरान करने वाला है और इससे लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं.

मुस्लिम समुदाय

कोई बोले खेला कोई बताए खेल, लाखों की इस भीड़ में भैया कोरोना हुआ फेल

  • पत्र लिखकर रोक हटाने की मांग

वहीं, सरकार की इन पाबंदियों को लेकर मुस्लिम समुदाय ने शासन-प्रशासन को एक पत्र लिखा है, जिसमें धार्मिक स्थलों पर लगी रोक को हटाने की बात लिखी गई है. पत्र लिखने वालों में काजी सैयद मुश्ताक अली नदबी, मुफ्ती अबुल कलाम खान कासमी, नायब शहर काजी सैयद बाबर अली, नायब मुफ्ती जसीम दाद, मुफ्ती रईस अहमद खान कासमी, मस्जिद कमेटी के प्रभारी सचिव यासिर अराफात का नाम शामिल है.

  • गाइडलाइन का होगा पालन
    पत्र लिखने वालों ने कहा कि रोक के आदेश को संशोधित कर लोगों को पूजा और इबादत करने की इजाजत दी जाए. उन्होंने कहा कि लोग कोरोना गाइडलाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर, मास्क लगाकर इबादत करने को तैयार हैं.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.