भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरी निकाय चुनाव होना है लेकिन अब तक चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है. ऐसे में सियासी सरगर्मियां तेज होत होती जा रही हैं. चुनाव को लेकर वोटर लिस्ट में नाम जोड़े और काटे जा रहे हैं. जिसको लेकर कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य निर्वाचन आयोग पहुंचा और फर्जी मतदाता सूची को लेकर शिकायत दर्ज कराई.
- गलत तरीके वोटरों के नाम काटे जाने का आरोप
कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने राज्य निर्वाचन आयोग से शिकायत की है कि सत्ता के दबाव में वोटर लिस्ट में बीएलओ गड़बड़ कर रहे हैं उन वोटरों के भी नाम काटे जा रहे हैं जो सही हैं. साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग से कांग्रेस ने मांग की है कि 2014 -15 की वोटर लिस्ट के आधार पर नाम हटाए जा रहे हैं. जबकि 2014-15 के बाद 2018 और 19 में विधानसभा और लोकसभा के चुनाव हो चुके हैं. जबकि वोटर लिस्ट को आधार बनाकर नाम काटे जाना चाहिए.
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- एक साथ चुनाव कराने की मांग
कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने राज्य निर्वाचन आयोग से मांग की है कि नगर निगम, नगर पालिका और पंचायत चुनाव को अलग-अलग न करवा कर एक साथ करवाए जाएं. राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता जेपी धनोपिया ने कहा कि हमने जो भी शिकायत दर्ज करवाई है. उसे लेकर अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया है कि जल्द ही सभी मामलों का निराकरण किया जाएगा.