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Baijatal Gwalior: बैजाताल में लेना चाहते हैं बोटिंग का मजा तो हो जाइए सावधान!, खतरनाक बैक्टीरिया आपको कर सकता है बीमार

ग्वालियर के बैजाताल में ईकोलाई बैक्टीरिया की संख्या मानक से ज्यादा हो गई है. शहर के इस पर्यटन स्थल पर बड़ी संख्या में लोग बच्चों के साथ वोटिंग का लुफ्त लेने आते हैं. विशेषज्ञों ने बैक्टीरिया से बच्चों को खतरा बताया है जानें क्या है वजह.

Baijatal Gwalior
बैजाताल में नौका विहार
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Published : Jun 20, 2023, 6:43 PM IST

बैजाताल में नौका विहार

ग्वालियर। इन दिनों शहर के बीचो-बीच मशहूर पर्यटन स्थल बैजाताल में वोटिंग का लुफ्त उठाने के लिए बच्चों से लेकर युवा काफी संख्या में पहुंच रहे हैं और इस बैजा ताल में वोटिंग का लुफ्त उठाने के लिए सबसे ज्यादा बच्चों की संख्या अधिक है. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यहां पर वोटिंग करना आपके लिए काफी खतरनाक हो सकती है क्योंकि इसमें सीवर का ट्रीट किया गया जो पानी भरा हुआ है. उसमें खतरनाक बैक्टीरिया की मात्रा मानकों से कहीं ज्यादा पाई गई है और अगर यह पानी त्वचा के संपर्क में आया तो खतरनाक बैक्टीरिया आपके शरीर में पहुंच सकता है और इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है.

ईकोलाई बैक्टीरिया से बच्चों को खतरा: इस समय स्कूलों की छुट्टियां खत्म होने में कुछ ही दिन बाकी है ऐसी में सबसे ज्यादा पर्यटन स्थल पर बच्चे और विवाह की संख्या काफी अधिक है. शहर के बीच पर्यटन स्थल बैजाताल पर इंद्र पर्यटकों की काफी भीड़ देखी जा रही है और यह सभी वोटिंग करने के लिए पहुंच रहे हैं. बैजाताल में सीवर का ट्रीट किया गया पानी पिछले कई महीनों से भरा हुआ है और पानी पूरी तरह हरा दिखाई देता है. लेकिन यह पानी लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक माना गया है और बताया जा रहा है कि कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया की संख्या मानकों से कई अधिक जाता है. साथ ही बताया जा रहा है कि इस बैक्टीरिया में से एक ईकोलाई बैक्टीरिया है जो मानव और पशुओं के मल में पाया जाता है ऐसे में यदि कोई इस पानी के संपर्क में आता है तो उसको पेट का इंफेक्शन हो सकता है.

Baijatal Gwalior
बैजाताल में बोटिंग का लुफ्त

पाचन तंत्र को कर सकता है प्रभावित: ग्वालियर के जाने-माने गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. रमाकांत रावत ने बताया है कि ईकोलाई बैक्टीरिया आमतौर पर मनुष्य की आंखों में पाया जाता है लेकिन इस प्रकार का विषाणु पानी के माध्यम से भी शरीर के अंदर पहुंच जाता है और यह पाचन तंत्र को प्रभावित करता है जिसके कारण पेट में दर्द, उल्टी की समस्या हो सकती है इसके साथ ही यूरिन इन्फेक्शन, गुर्दों का संक्रमण और आंत में संकरण की समस्या भी बढ़ सकती है.

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मानक से ज्यादा बैक्टीरिया: वहीं जब इस मामले में नगर निगम में पदस्थ नोडल अधिकारी शिशिर श्रीवास्तव का कहना है कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले पानी की नियमित जांच कराई जाती है. इसके साथ ही उन्होंने बताया बेजाताल में लगभग 10 हजार से ज्यादा मछलियां है और जब कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया की अगर जांच कराते हैं तो यह सभी मछलियों का मरने का खतरा रहेगा. इसलिए इसमें केमिकल ट्रीटमेंट नहीं कर सकते हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया है कि बैजाताल के पानी में यह बताया गया है कि 280 कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया की मात्रा है जो मानक से कहीं ज्यादा है. साथ ही उन्होंने बताया कि इतनी बड़ी हुई मात्रा से कोई ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है.

Baijatal Gwalior
बैजाताल में मानक से ज्यादा बैक्टीरिया

सुरक्षा के इंतजाम नहीं: इस समय बैजाताल में वोटिंग करने के लिए रोज 400 से 500 लोग पहुंच रहे हैं जिनमें सबसे अधिक संख्या बच्चों की है और देखा जा रहा है कि जब यह बच्चे वोटिंग करते हैं तो वोटिंग करते समय यह अपने हाथों को पानी में डुबोकर रखते हैं इसके साथ ही पानी को एक दूसरे पर उछलते हुए भी नजर आते हैं ऐसे में अगर यह पानी बच्चों के संपर्क में आ गया तो उन्हें बड़ी परेशानी हो सकती है. इसके साथ ही वोटिंग के दौरान सुरक्षा का भी कोई इंतजाम नहीं है वोटिंग करते समय लाइफ जैकेट भी उपलब्ध नहीं है और बिना लाइफ जैकेट की लोग और बच्चे इस तालाब में वोटिंग करते हुए नजर आ रहे हैं.

बैजाताल में नौका विहार

ग्वालियर। इन दिनों शहर के बीचो-बीच मशहूर पर्यटन स्थल बैजाताल में वोटिंग का लुफ्त उठाने के लिए बच्चों से लेकर युवा काफी संख्या में पहुंच रहे हैं और इस बैजा ताल में वोटिंग का लुफ्त उठाने के लिए सबसे ज्यादा बच्चों की संख्या अधिक है. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यहां पर वोटिंग करना आपके लिए काफी खतरनाक हो सकती है क्योंकि इसमें सीवर का ट्रीट किया गया जो पानी भरा हुआ है. उसमें खतरनाक बैक्टीरिया की मात्रा मानकों से कहीं ज्यादा पाई गई है और अगर यह पानी त्वचा के संपर्क में आया तो खतरनाक बैक्टीरिया आपके शरीर में पहुंच सकता है और इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है.

ईकोलाई बैक्टीरिया से बच्चों को खतरा: इस समय स्कूलों की छुट्टियां खत्म होने में कुछ ही दिन बाकी है ऐसी में सबसे ज्यादा पर्यटन स्थल पर बच्चे और विवाह की संख्या काफी अधिक है. शहर के बीच पर्यटन स्थल बैजाताल पर इंद्र पर्यटकों की काफी भीड़ देखी जा रही है और यह सभी वोटिंग करने के लिए पहुंच रहे हैं. बैजाताल में सीवर का ट्रीट किया गया पानी पिछले कई महीनों से भरा हुआ है और पानी पूरी तरह हरा दिखाई देता है. लेकिन यह पानी लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक माना गया है और बताया जा रहा है कि कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया की संख्या मानकों से कई अधिक जाता है. साथ ही बताया जा रहा है कि इस बैक्टीरिया में से एक ईकोलाई बैक्टीरिया है जो मानव और पशुओं के मल में पाया जाता है ऐसे में यदि कोई इस पानी के संपर्क में आता है तो उसको पेट का इंफेक्शन हो सकता है.

Baijatal Gwalior
बैजाताल में बोटिंग का लुफ्त

पाचन तंत्र को कर सकता है प्रभावित: ग्वालियर के जाने-माने गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. रमाकांत रावत ने बताया है कि ईकोलाई बैक्टीरिया आमतौर पर मनुष्य की आंखों में पाया जाता है लेकिन इस प्रकार का विषाणु पानी के माध्यम से भी शरीर के अंदर पहुंच जाता है और यह पाचन तंत्र को प्रभावित करता है जिसके कारण पेट में दर्द, उल्टी की समस्या हो सकती है इसके साथ ही यूरिन इन्फेक्शन, गुर्दों का संक्रमण और आंत में संकरण की समस्या भी बढ़ सकती है.

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मानक से ज्यादा बैक्टीरिया: वहीं जब इस मामले में नगर निगम में पदस्थ नोडल अधिकारी शिशिर श्रीवास्तव का कहना है कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले पानी की नियमित जांच कराई जाती है. इसके साथ ही उन्होंने बताया बेजाताल में लगभग 10 हजार से ज्यादा मछलियां है और जब कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया की अगर जांच कराते हैं तो यह सभी मछलियों का मरने का खतरा रहेगा. इसलिए इसमें केमिकल ट्रीटमेंट नहीं कर सकते हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया है कि बैजाताल के पानी में यह बताया गया है कि 280 कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया की मात्रा है जो मानक से कहीं ज्यादा है. साथ ही उन्होंने बताया कि इतनी बड़ी हुई मात्रा से कोई ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है.

Baijatal Gwalior
बैजाताल में मानक से ज्यादा बैक्टीरिया

सुरक्षा के इंतजाम नहीं: इस समय बैजाताल में वोटिंग करने के लिए रोज 400 से 500 लोग पहुंच रहे हैं जिनमें सबसे अधिक संख्या बच्चों की है और देखा जा रहा है कि जब यह बच्चे वोटिंग करते हैं तो वोटिंग करते समय यह अपने हाथों को पानी में डुबोकर रखते हैं इसके साथ ही पानी को एक दूसरे पर उछलते हुए भी नजर आते हैं ऐसे में अगर यह पानी बच्चों के संपर्क में आ गया तो उन्हें बड़ी परेशानी हो सकती है. इसके साथ ही वोटिंग के दौरान सुरक्षा का भी कोई इंतजाम नहीं है वोटिंग करते समय लाइफ जैकेट भी उपलब्ध नहीं है और बिना लाइफ जैकेट की लोग और बच्चे इस तालाब में वोटिंग करते हुए नजर आ रहे हैं.

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