ग्वालियर। कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे ने मंत्री इमरती देवी को लगभग 8000 से ज्यादा वोटों से हरा दिया है. बता दें कि इमरती देवी ने राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की सबसे कट्टर समर्थकों में से एक थीं. उन्हे यहां हार का सामना करना पड़ा है. 28 सीटों में अब तक बीजेपी ने 19 और कांग्रेस ने 8 सीटें हासिल कर लीं हैं.
अक्सर सुर्खियों में रहतीं हैं इमरती
कमलनाथ के आइटम वाले बयान के बाद से इमरती देवी खूब चर्चा में रहीं हैं. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक भाषण के दौरान इमरती देवी को 'आइटम' कहा था, जिसके बाद उनका काफी विरोध हुआ. राहुल गांधी ने भी कमलनाथ के इस बयान से अपना पल्ला झाड़ लिया था. इमरती देवी ने इसे महिलाओं के अपमान से जोड़कर इमोशन कार्ड खेला और लाज रखने की अपील की. हार के बाद स्पष्ट हो गया कि इमरती का इमोशनल कार्ड काम नहीं किया. जिसकी वजह से उन्हें हार का स्वाद चखना पड़ा.
चौथी बार चुनाव मैदान में थीं इमरती देवी
डबरा विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी 2008 से कांग्रेस के टिकट पर इस सीट से लगातार तीन चुनाव जीततीं आ रहीं थीं. जहां हर चुनाव में उनकी जीत का मार्जिन भी बढ़ता गया. 2018 के चुनाव में इमरती देवी ने बीजेपी के कप्तान सिंह को 57 हजार 446 मतों से हराया और कमलनाथ सरकार में मंत्री बनीं. लेकिन बाद में वे विधायकी से इस्तीफा देते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हुईं और शिवराज सरकार में भी मंत्री बनीं. लेकिन इस बार इमरती को उनके ही समधी कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे ने शिकस्त दे दी.