भोपाल। किसी भी खिलाड़ी को आगे बढ़ने के पीछे सबसे बड़ा हाथ उसके कोच का होता है. जिस बारीकी से एक कोच खिलाड़ी को सीखाता है जरूरी है कि कोच भी खेल की हर बारीकी से अवगत रहे. इसी बात को मद्देनजर रखते हुए मध्य प्रदेश राज्य शूटिंग एकेडमी में शूटिंग के कोचों के लिए डी कोर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम को आयोजित किया गया है.
खेल और युवा कल्याण संचालक डॉ एस. एल थाउसेन ने बताया कि शूटिंग में कोच बनने के लिए चार तरह के कोर्स करने पड़ते हैं. हमारे यहां के कुछ कोच ऐसे हैं जिन्होंने डी कोर्स नहीं किया था. उन्हें सही ट्रेनिंग देने के लिए अंतरराष्ट्रीय शूटिंग महासंघ के जरिए यह कोर्स कराया जा रहा है. जिसमें न केवल एकेडमी के बल्कि पूरे देश के 60 कोचों ने भाग लिया है. चार दिन चलने वाले इस तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम में शूटिंग खेल की 3 विधाओं शॉटगन, पिस्टल और रायफल में प्रशिक्षकों को तकनीकी ट्रेनिंग दी जाएगी.
इस ट्रेनिंग में जर्मनी के केविन किल्टी, ओस्लो की एनी ग्रिथ और टर्की के मार्को सॉकिस कोचों को खेल की बारीकियां सिखाएंगे. मध्य प्रदेश शूटिंग एकेडमी को मान्यता देने के उद्देश्य से इस डी कोर्स कार्यक्रम को कराया जा रहा है.