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'स्पेशल 26' की तर्ज पर ठगी करने वाला फेक इनकम टैकस ऑफिसर गिरफ्तार, आरोपी पर 62 से ज्यादा मामले दर्ज

फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म स्पेशल 26 की तर्ज पर एक 40 वर्षीय ठग ने इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर लाखों रुपए ठगकर भोपाल के एक व्यापारी को चपत लगाई, इसके लिए वह सोशल मीडिया प्रोफाइल, गूगल पर चल रही खबरों के साथ इनकम टैक्स की वेबसाइट पर सर्च करके अपनी प्लानिंग बनाता था, भोपाल सायबर सेल पुलिस ने इस ठग को राजस्थान के पाली शहर से पकड़ा.

bhopal crime news
भोपाल क्राइम न्यूज
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Published : Apr 21, 2023, 7:35 AM IST

भोपाल। अगर आप अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर बहुत अधिक दिखावा करते हैं और इनकम टैक्स जमा नहीं करते तो फिर आपको सतर्क होना चाहिए, क्योंकि आपके दिखावे को देखकर और डर दिखाकर कोई भी फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर ठगी कर सकता है. ऐसा मप्र में लगातार हो रहा है, इस बार मामला राजधानी भोपाल का है. सुरेश कुमार नामक 40 साल के शख्स ने शहर के नामी ज्वैलर्स के साथ 5.20 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दिया है, सुरेश ने ज्वेलर्स इनकम टैक्स रेड डालने की धमकी दी थी.

fake income tax officer arrested from bhopal
फेक इनकम टैकस ऑफिसर गिरफ्तार

ठग के खिलाफ 62 मामले हो रखे हैं दर्ज: साइबर पुलिस के एडीजी योगेश देशमुख ने बताया कि "14 अप्रैल को उन्हें शिकायत मिली थी. इसमें बताया गया था कि आरोपी ने इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर ज्वैलर्स से 9 मार्च और 19 मार्च 2023 को 3 बार में 5.20 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए. मामले की जानकारी मिलने के बाद हमने एक टीम बनाकर इसकी रैकी कराई तो यह राजस्थान के पाली में ठगी के रुपयों से ऐश करता हुआ मिला. जानकारी जुटाई तो सुरेश के खिलाफ 62 पुराने मामले मिले, जिनमें उसने कभी आईएएस बनकर तो कभी मंत्री का पीए बनकर ठगी को अंजाम दिया. वह एक साल तक जेल में रहकर आ चुका है, लेकिन आश्चर्य की बात है कि इतनी ठगी करने के बाद भी यह शख्स फटेहाल जीवन जी रहा है, 2 महीने पहले ही सुरेश जेल से रिहा हुआ है. जिस टीम ने इस ठग को पकड़ा, उसमें इंस्पेक्टर नीतू कुंसारिया, सब इंस्पेक्टर जीनत कुरैशी, प्रधान आरक्षक सुरेश मीणा और आरक्षक धर्मेंद्र शर्मा शामिल थे."

MUST READ:

अपराध करने का तरीका: ठग सुरेश बहुत अधिक पढ़ा लिखा नहीं है, लेकिन दिमागी रूप से काफी तेज है. एडीजी योगेश देशमुख ने बताया कि "वह वारदात को अंजाम देने से पहले गूगल पर जाकर नियमित रूप से सर्च करता है कि बीते दिनों कहां-कहां रेड पड़ी है, फिर इनकम टैक्स की ऑफिसियल वेबसाइट पर सर्च करता और सोशल मीडिया पर प्रोफाइल चेक करता. रेकी करके इतना जानकारी जुटाता कि ठगी के समय सभी बातें असली लगे, फिर वह कैश की डिमांड के हिसाब से सीनियर आईपीएस बनकर इनकम टैक्स ऑफिसर के पीए को कॉल करके संबंधित अधिकार का नंबर मांग लेता था. इसके बाद जिसके यहां रेड होती, उसे संबंधित अधिकारी के नाम से कॉल करता और डराता, सेटलमेंट के नाम पर पैसा ले लेता. इस घटना के पहले वह पूर्व कलेक्टर बनकर और पूर्व मंत्रियों के नाम से घटना को अंजाम दे चुका है, जब इसे गिरफ्तार किया तो इसके पास से मोबाइल, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और एक लाख रुपए नगदी जप्त किए."

ठगी का पैसा लगाता है आईपीएल में: एक बड़ी जानकारी यह भी सामने आई है कि यह शख्स ठगी के बाद उन रुपयों को आईपीएल सट्‌टा में लगा देता है, इसका परिवार बहुत ही फटेहाल रहता है. ठग के 3 बच्चे भी हैं.

भोपाल। अगर आप अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर बहुत अधिक दिखावा करते हैं और इनकम टैक्स जमा नहीं करते तो फिर आपको सतर्क होना चाहिए, क्योंकि आपके दिखावे को देखकर और डर दिखाकर कोई भी फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर ठगी कर सकता है. ऐसा मप्र में लगातार हो रहा है, इस बार मामला राजधानी भोपाल का है. सुरेश कुमार नामक 40 साल के शख्स ने शहर के नामी ज्वैलर्स के साथ 5.20 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दिया है, सुरेश ने ज्वेलर्स इनकम टैक्स रेड डालने की धमकी दी थी.

fake income tax officer arrested from bhopal
फेक इनकम टैकस ऑफिसर गिरफ्तार

ठग के खिलाफ 62 मामले हो रखे हैं दर्ज: साइबर पुलिस के एडीजी योगेश देशमुख ने बताया कि "14 अप्रैल को उन्हें शिकायत मिली थी. इसमें बताया गया था कि आरोपी ने इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर ज्वैलर्स से 9 मार्च और 19 मार्च 2023 को 3 बार में 5.20 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए. मामले की जानकारी मिलने के बाद हमने एक टीम बनाकर इसकी रैकी कराई तो यह राजस्थान के पाली में ठगी के रुपयों से ऐश करता हुआ मिला. जानकारी जुटाई तो सुरेश के खिलाफ 62 पुराने मामले मिले, जिनमें उसने कभी आईएएस बनकर तो कभी मंत्री का पीए बनकर ठगी को अंजाम दिया. वह एक साल तक जेल में रहकर आ चुका है, लेकिन आश्चर्य की बात है कि इतनी ठगी करने के बाद भी यह शख्स फटेहाल जीवन जी रहा है, 2 महीने पहले ही सुरेश जेल से रिहा हुआ है. जिस टीम ने इस ठग को पकड़ा, उसमें इंस्पेक्टर नीतू कुंसारिया, सब इंस्पेक्टर जीनत कुरैशी, प्रधान आरक्षक सुरेश मीणा और आरक्षक धर्मेंद्र शर्मा शामिल थे."

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अपराध करने का तरीका: ठग सुरेश बहुत अधिक पढ़ा लिखा नहीं है, लेकिन दिमागी रूप से काफी तेज है. एडीजी योगेश देशमुख ने बताया कि "वह वारदात को अंजाम देने से पहले गूगल पर जाकर नियमित रूप से सर्च करता है कि बीते दिनों कहां-कहां रेड पड़ी है, फिर इनकम टैक्स की ऑफिसियल वेबसाइट पर सर्च करता और सोशल मीडिया पर प्रोफाइल चेक करता. रेकी करके इतना जानकारी जुटाता कि ठगी के समय सभी बातें असली लगे, फिर वह कैश की डिमांड के हिसाब से सीनियर आईपीएस बनकर इनकम टैक्स ऑफिसर के पीए को कॉल करके संबंधित अधिकार का नंबर मांग लेता था. इसके बाद जिसके यहां रेड होती, उसे संबंधित अधिकारी के नाम से कॉल करता और डराता, सेटलमेंट के नाम पर पैसा ले लेता. इस घटना के पहले वह पूर्व कलेक्टर बनकर और पूर्व मंत्रियों के नाम से घटना को अंजाम दे चुका है, जब इसे गिरफ्तार किया तो इसके पास से मोबाइल, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और एक लाख रुपए नगदी जप्त किए."

ठगी का पैसा लगाता है आईपीएल में: एक बड़ी जानकारी यह भी सामने आई है कि यह शख्स ठगी के बाद उन रुपयों को आईपीएल सट्‌टा में लगा देता है, इसका परिवार बहुत ही फटेहाल रहता है. ठग के 3 बच्चे भी हैं.

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