भोपाल। राजधानी में नगर निगम की एक दिवसीय परिषद की बैठक आयोजित की गई. लेकिन नगर निगम की इस बैठक में ना कांग्रेस के पार्षद समय पर पहुंचे ना ही बीजेपी के पार्षद. महापौर भी समय पर बैठक में शामिल नहीं हुए जिसके कारण बैठक लेट होते चली गई. सुबह 10.30 बजे शुरू होने वाली बैठक 12.30 बजे के करीब शुरू की गई. बैठक शुरू होते ही खटलापुरा हादसे को लेकर हंगामा हुआ.
वहीं बैठक शुरू होने से पहले सदन में लगा हुआ दो मछली वाले पुराने प्रतीक चिन्ह को हटाया गया. 3 महीने पहले बजट सत्र में नगर निगम के दो मछली वाले प्रतीक चिन्ह को हटाने का प्रस्ताव पास हुआ था. जिसके बाद राजा भोज को नगर निगम का प्रतीक चिन्ह बनाया गया था. लेकिन 3 महीने बीत जाने के बाद भी सदन में दो मछली वाला ही प्रतीक चिन्ह लगा हुआ था. जैसे ही चिन्ह पर लोगों की नजर पड़ी तो आनन-फानन में बैठक शुरू होने के कुछ देर पहले इसे हटा दिया गया.
वहीं नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर ने एक बार फिर पुराना प्रतीक चिन्ह लागू करने की मांग की है. साथ ही बीजेपी पर अशोक चक्र का अपमान करने का आरोप लगाया है. नेता प्रतिपक्ष की मांग पर निगम अध्यक्ष का कहना है कि प्रस्ताव पास हो चुका है अब इसमें बदलाव की किसी भी तरह की कोई गुंजाइश नहीं बची है.