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दो घंटे की देरी से शुरू हुई परिषद की बैठक, नगर निगम के प्रतीक चिन्ह को लेकर हुआ हंगामा

भोपाल में नगर निगम की एक दिवसीय परिषद की बैठक 2 घंटे देरी से शुरू हुई. कांग्रेस और बीजेपी के पार्षदों के देर से पहंचने पर बैठक देर से शुरू की गई. बैठक में नगर निगम के प्रतीक चिन्ह को लेकर भी हंगामा हुआ.

परिषद की बैठक में नगर निगम के पुराने प्रतीक चिन्ह को हटाया गया
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Published : Sep 29, 2019, 9:45 AM IST

Updated : Sep 29, 2019, 10:36 AM IST

भोपाल। राजधानी में नगर निगम की एक दिवसीय परिषद की बैठक आयोजित की गई. लेकिन नगर निगम की इस बैठक में ना कांग्रेस के पार्षद समय पर पहुंचे ना ही बीजेपी के पार्षद. महापौर भी समय पर बैठक में शामिल नहीं हुए जिसके कारण बैठक लेट होते चली गई. सुबह 10.30 बजे शुरू होने वाली बैठक 12.30 बजे के करीब शुरू की गई. बैठक शुरू होते ही खटलापुरा हादसे को लेकर हंगामा हुआ.

परिषद की बैठक में नगर निगम के पुराने प्रतीक चिन्ह को हटाया गया

वहीं बैठक शुरू होने से पहले सदन में लगा हुआ दो मछली वाले पुराने प्रतीक चिन्ह को हटाया गया. 3 महीने पहले बजट सत्र में नगर निगम के दो मछली वाले प्रतीक चिन्ह को हटाने का प्रस्ताव पास हुआ था. जिसके बाद राजा भोज को नगर निगम का प्रतीक चिन्ह बनाया गया था. लेकिन 3 महीने बीत जाने के बाद भी सदन में दो मछली वाला ही प्रतीक चिन्ह लगा हुआ था. जैसे ही चिन्ह पर लोगों की नजर पड़ी तो आनन-फानन में बैठक शुरू होने के कुछ देर पहले इसे हटा दिया गया.

वहीं नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर ने एक बार फिर पुराना प्रतीक चिन्ह लागू करने की मांग की है. साथ ही बीजेपी पर अशोक चक्र का अपमान करने का आरोप लगाया है. नेता प्रतिपक्ष की मांग पर निगम अध्यक्ष का कहना है कि प्रस्ताव पास हो चुका है अब इसमें बदलाव की किसी भी तरह की कोई गुंजाइश नहीं बची है.

भोपाल। राजधानी में नगर निगम की एक दिवसीय परिषद की बैठक आयोजित की गई. लेकिन नगर निगम की इस बैठक में ना कांग्रेस के पार्षद समय पर पहुंचे ना ही बीजेपी के पार्षद. महापौर भी समय पर बैठक में शामिल नहीं हुए जिसके कारण बैठक लेट होते चली गई. सुबह 10.30 बजे शुरू होने वाली बैठक 12.30 बजे के करीब शुरू की गई. बैठक शुरू होते ही खटलापुरा हादसे को लेकर हंगामा हुआ.

परिषद की बैठक में नगर निगम के पुराने प्रतीक चिन्ह को हटाया गया

वहीं बैठक शुरू होने से पहले सदन में लगा हुआ दो मछली वाले पुराने प्रतीक चिन्ह को हटाया गया. 3 महीने पहले बजट सत्र में नगर निगम के दो मछली वाले प्रतीक चिन्ह को हटाने का प्रस्ताव पास हुआ था. जिसके बाद राजा भोज को नगर निगम का प्रतीक चिन्ह बनाया गया था. लेकिन 3 महीने बीत जाने के बाद भी सदन में दो मछली वाला ही प्रतीक चिन्ह लगा हुआ था. जैसे ही चिन्ह पर लोगों की नजर पड़ी तो आनन-फानन में बैठक शुरू होने के कुछ देर पहले इसे हटा दिया गया.

वहीं नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर ने एक बार फिर पुराना प्रतीक चिन्ह लागू करने की मांग की है. साथ ही बीजेपी पर अशोक चक्र का अपमान करने का आरोप लगाया है. नेता प्रतिपक्ष की मांग पर निगम अध्यक्ष का कहना है कि प्रस्ताव पास हो चुका है अब इसमें बदलाव की किसी भी तरह की कोई गुंजाइश नहीं बची है.

Intro:भोपाल नगर निगम की एक दिवसीय परिषद की बैठक 2 घंटे देरी से शुरू हुई ....सुबह 10.30 बजे शुरू होने वाली बैठक 12.30 बजे के करीब शुरू हुई ....बैठक मे ना कांग्रेस के ना बीजेपी के पार्षद तय समय पर पहुँचे...महापौर भी समय पर बैठक में शामिल नहीं हुए जिसके कारण बैठक लेट होते चली गई...बैठक शुरू होते ही खटलापुरा हादसे को लेकर हंगामा हुआ...


Body:वही बैठक शुरू होने से पहले दो मछली वाला पुराना प्रतीक चिन्ह जो सदन में लगा हुआ था उसे हटाया गया... 3 महीने पहले बजट सत्र मे नगर निगम का दो मछली वाला प्रतीक चिन्ह को हटाने का प्रस्ताव पास हुआ था... जिसके बाद राजा भोज को नगर निगम का प्रतीक चिन्ह बनाया गया था लेकिन 3 महीने बीत जाने के बाद भी सदन में दो मछली वाला ही प्रतीक चिन्ह लगा हुआ था... जैसे ही इस पर नजर कुछ लोगों की बड़ी तो आनन-फानन में बैठक शुरू होने के कुछ देर पहले ही इसे हटाया गया...


Conclusion:वहीं नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर ने एक बार फिर पुराना प्रतिक चिन्ह लागू करने की मांग की और बीजेपी पर अशोक चक्र का अपमान करने का आरोप लगाया... वही नेता प्रतिपक्ष के मांग पर निगम अध्यक्ष का कहना है कि आप प्रस्ताव पास हो चुका है अब इसमें किसी भी तरह की कोई गुंजाइश नहीं बची है...

बाइट, मोहम्मद सगीर, नेता प्रतिपक्ष, नगर निगम

बाइट, सुरजीत सिंह चौहान, नगर निगम अध्यक्ष
Last Updated : Sep 29, 2019, 10:36 AM IST
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