भोपाल। समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश के 52 में से 48 जिलों में एक भी कोरोना का प्रकरण नहीं है. बाकी के चार जिलों में 4 पॉजीटिव केस आए हैं. सीएम ने टीकाकरण की गति बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं. गौरतलब है कि कोरोना के मामलो में देश के कई राज्यों में बढोत्तरी हो रही है. दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के बाद राजस्थान, तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाड़ु में भी कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं. मध्यप्रदेश में हालात फिलहाल सामान्य हैं, लेकिन पड़ोसी राज्यों में बढ़ रहे मामलों ने मध्यप्रदेश में भी चिंता बढ़ा दी है. महाराष्ट्र में बीते हफ्ते केस 48 फीसदी, राजस्थान में 57 फीसदी कोरोना के मामले बढ़ गए हैं.
यूपी ने बढ़ाई एमपी की चिंता : उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए फिर मास्क, सेनेटाइजर को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी गई है. यही वजह है कि मध्यप्रदेश में कोरोना को लेकर चिंता बढ़ा दी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने निर्देश दिए हैं कि कोरोना के मामले में कोई लापरवाही न करें. हॉस्पिटल में अभी से व्यवस्थाएं बेहतर करना शुरू कर दें. साथ ही लोगो को मास्क और हैंड सैनेटाइजर के उपयोग को लेकर करने के निर्देश दिए हैं.
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प्रदेश में कोरोना के 70 मामले : मध्यप्रदेश में फिलहाल कोरोना के मामले में हालात सामान्य हैं. इंदौर को छोड़ किसी भी जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या दो अंकों में नहीं है. लेकिन इंदौर में कोरोना मरीजों की संख्या पिछले 10 दिनों में दोगुनी हो गई है. 16 अप्रैल को इंदौर में कोरोना के 13 मामले थे, जो अब बढ़कर 25 हो गए हैं. वहीं भोपाल में कोरोना के 9 एक्टिव मरीज हैं. पूरे प्रदेश में कोरोना के 70 मरीज हैं, जबकि 16 अप्रैल को प्रदेश में कोरोना के 48 एक्टिव केस थे.