भोपाल। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन की घोषणा किए जाने के बाद से स्कूल और कॉलेजों में छात्रों की पढ़ाई ठप हो गई है. कोविड-19 की वजह से आखिरी सेमेस्टर के एग्जाम स्थगित होने से छात्रों को फ्यूचर की चिंता सताने लगी है. छात्रों का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते सभी कॉलेज बंद हैं, परीक्षाएं भी स्थगित हो चुकी है, लेकिन इस सबके बीच आखिरी सेमेस्टर के छात्रों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
आखिरी सेमेस्टर के छात्रों के लिए मार्च, अप्रैल, मई, जून, जुलाई बेहद महत्वपूर्ण होते हैं, इन दिनों कॉलेजों में कैंपस सेलेक्शन के लिए कंपनियों के प्रतिनिधि आते हैं. आखिरी सेमेस्टर के छात्र परीक्षा के साथ-साथ कैंपस की तैयारियों में लग जाते हैं, लेकिन इस महामारी के चलते न तो परीक्षा होने का ठिकाना है और न ही कैंपस की कोई उम्मीद. ऐसे में छात्रों को भविष्य का डर सताने लगा है.
राष्ट्रीय संस्थानों में विदेशी कंपनियां भी कैंपस के लिए आती हैं. भोपाल के कॉलेजों की बात करें तो एनएलआईयू मेनिट, आईआईएफएम कॉलेजों में अप्रैल महीने से ही कैंपस शुरू हो जाता है, लेकिन कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया पर छाया है, ऐसे में इन छात्रों की उम्मीदों पर पानी फिर चुका है. छात्रों का कहना है कि साल भर की तैयारी करने के बाद ये नतीजा मिलेगा, ऐसा सोचा नहीं था. कैंपस सेलेक्शन की तैयारी के साथ ही परीक्षाओं की तैयारी करते हैं क्योंकि रोजगार मिलना ज्यादा महत्वपूर्ण है, लेकिन इस महामारी के चलते अब बेरोजगारी का डर सताने लगा है.
छात्रों के पास एक ही उम्मीद है कि कोरोना का कहर खत्म होने के बाद कॉलेज प्रशासन कैंपस की अवधि बढ़ाए. छात्रों के मन में एक ही सवाल है, क्या कॉलेज प्रशासन ने इसको लेकर कोई प्लानिंग की है. इस मामले को लेकर कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन फिलहाल चुप्पी साधे हुए है. छात्र विपिन तिवारी ने बताया कि छात्रों की सबसे बड़ी समस्या ये है कि लॉकडाउन के चलते कॉलेज कैंपस नहीं आया है और कैंपस नहीं आने के कारण छात्र बेरोजगार घूमेंगे. फिलहाल छात्रों के लिए कोई विकल्प नहीं है.
अधर में अटके इन छात्रों का भविष्य कोरोना की भेंट चढ़ चुका है. लॉकडाउन कब खत्म होगा इसकी समय सीमा तय नहीं है. देश में दिन प्रतिदिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में लॉकडाउन खत्म होने की उम्मीद फिलहाल दिखाई देती नजर नहीं आ रही है. अब देखना होगा कि सरकार द्वारा छात्रों के भविष्य के लिए क्या फैसला लेता है.