भोपाल। मध्यप्रदेश के सहकारिता बैंक अब और मजबूत होने वाले हैं. कमलनाथ सरकार ने इस संबंध में प्रयास तेज कर दिए हैं. सरकार के इस फैसले के तहत सबसे पहले सहकारी बैंकों को सुविधाओं से लैस करने की तैयारी की जा कर रही है. किसानों की समस्याओं को देखते हुए सहकारिता बैंकों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है.
सुविधाओं से लैस होंगे मध्यप्रदेश के सहकारी बैंक, गड़बड़ियों पर लगाम लगाने की तैयारी में प्रदेश सरकार
कमलनाथ सरकार सहकारी बैंकों को सर्वसुविधा युक्त करने की तैयारी में है. इसके लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं.
MP के सहकारी बैंक होंगे सुविधाओं से लैस
भोपाल। मध्यप्रदेश के सहकारिता बैंक अब और मजबूत होने वाले हैं. कमलनाथ सरकार ने इस संबंध में प्रयास तेज कर दिए हैं. सरकार के इस फैसले के तहत सबसे पहले सहकारी बैंकों को सुविधाओं से लैस करने की तैयारी की जा कर रही है. किसानों की समस्याओं को देखते हुए सहकारिता बैंकों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है.
Intro:भोपाल। मप्र में कमलनाथ सरकार बनने के बाद सहकारिता को मजबूत करने के प्रयास तेज हो गए हैं। इस कड़ी में सबसे पहले सहकारी बैंकों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। जिसमें मोबाइल बैंकिंग, सीकेवाईसी और माइक्रो एटीएम जैसी सुविधाएं जल्द ही सहकारी बैंक के ग्राहकों को मिलेंगी। इसके अलावा सहकारी समितियों का कंप्यूटरीकरण किया जा रहा है। सहकारी समितियों के कंप्यूटरीकरण से बैंकों में होने वाली गड़बड़ी हो और घोटालों पर रोक लगेगी।
Body:इस बारे में जानकारी देते हुए अपेक्स बैंक के प्रशासक अशोक सिंह ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में सहकारिता को काफी नुकसान हुआ है। यह सभी लोगों को मालूम है। हम लोग प्रयास कर रहे हैं कि सहकारिता के माध्यम से किसानों की जरूरतों को समझा जाए और पूरा किया जाए। हमारा प्रयास है कि सहकारी बैंकों को और मजबूत किया जाए। इस कड़ी में हम बैंकों का आधुनिकीकरण का काम शुरू करने जा रहे हैं। मोबाइल बैंकिंग शुरू कर रहे हैं। इसके साथ ही सीकेवाईसी (CKYC) की व्यवस्था लागू कर रहे हैं। माइक्रो एटीएम ला रहे हैं। इसके साथ सहकारी बैंकों में कई सुविधाएं शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है।
Conclusion:उन्होंने बताया इसके अलावा हम सहकारी संस्थाओं और समिति हो का कंप्यूटरीकरण कर रहे हैं।यह काम जल्दी शुरू होगा, जिससे गड़बड़ी की संभावना पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। यह काम चरणबद्ध तरीके से शुरू कर दिया गया है। मैं समझता हूं कि 5 महीने में यह काम पूरा हो जाएगा ।
Body:इस बारे में जानकारी देते हुए अपेक्स बैंक के प्रशासक अशोक सिंह ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में सहकारिता को काफी नुकसान हुआ है। यह सभी लोगों को मालूम है। हम लोग प्रयास कर रहे हैं कि सहकारिता के माध्यम से किसानों की जरूरतों को समझा जाए और पूरा किया जाए। हमारा प्रयास है कि सहकारी बैंकों को और मजबूत किया जाए। इस कड़ी में हम बैंकों का आधुनिकीकरण का काम शुरू करने जा रहे हैं। मोबाइल बैंकिंग शुरू कर रहे हैं। इसके साथ ही सीकेवाईसी (CKYC) की व्यवस्था लागू कर रहे हैं। माइक्रो एटीएम ला रहे हैं। इसके साथ सहकारी बैंकों में कई सुविधाएं शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है।
Conclusion:उन्होंने बताया इसके अलावा हम सहकारी संस्थाओं और समिति हो का कंप्यूटरीकरण कर रहे हैं।यह काम जल्दी शुरू होगा, जिससे गड़बड़ी की संभावना पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। यह काम चरणबद्ध तरीके से शुरू कर दिया गया है। मैं समझता हूं कि 5 महीने में यह काम पूरा हो जाएगा ।