ETV Bharat / state

110 करोड़ की रिकवरी के लिए कोऑपरेटिव बैंक को लेनी पड़ी कोर्ट की शरण

कोऑपरेटिव सेंट्रल बैंक भोपाल में निवेश में हुई गड़बड़ी में 110 करोड़ रुपए की रिकवरी न होने पर बैंक ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में अपील दायर की है. बैंक ने कोर्ट से ब्याज समेत रुपयों की रिकवरी किए जाने की मांग की है.

कोऑपरेटिव सेंट्रल बैंक भोपाल
author img

By

Published : Nov 13, 2019, 9:28 PM IST

भोपाल। कोऑपरेटिव सेंट्रल बैंक निवेश में हुई गड़बड़ी के बाद अब 110 करोड़ की राशि की रिकवरी की कोशिश में लगा है. इसके लिए बैंक ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में अपील की है, अपनी अपील में बैंक ने डूबे रहे अरबों रुपए की रिकवपरी किए जाने की मांग की है, जिस पर 18 नवंबर को सुनवाई होगी. बैंक मेनेजर विनोद कुमार सिंह ने बताया कि भोपाल कोऑपरेटिव बैंक की वित्तीय स्थिति बहुत मजबूत है. बैंक जो निवेश कर रहा है, वो RBI की गाइडलाइन के तहत ही कर रहा है.

कोऑपरेटिव सेंट्रल बैंक मेनेजर का बयान

विनोद कुमार ने बताया की पिछले 60 सालों से बैंक लगातार किसानों और जरूरतमंदों को ऋण मुहैया करा रहा है. बैंक 2016 तक संचित लाभ में भी रही है. लेकिन इसके बाद सहकारी शक्कर कारखाना गुना, अपेक्स एलडीबी में निवेश की गई राशि की रिकवरी ना होने से बैंक को हानि उठानी पड़ी है. इसमे बैंक को 310 करोड़ की हानि हुई थी, जिसमें से 110 करोड़ राशि की रिकवर नहीं हो पायी थी, जिसके लिए अपील दायर की गई है.

उनका यह भी कहना है कि, बैंक के 20 करोड़ की राशि यस बैंक में गलत तरीके से निवेश करने की खबर को गलत तरीके से उछाला गया था, जबकि इसमें RBI की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया गया है. उनका कहना है कि बैंक की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन बैंक निवेश की राशि को लेकर पूरी तरह से सतर्क है और नियमों के तहत ही निवेश कर रही है.

भोपाल। कोऑपरेटिव सेंट्रल बैंक निवेश में हुई गड़बड़ी के बाद अब 110 करोड़ की राशि की रिकवरी की कोशिश में लगा है. इसके लिए बैंक ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में अपील की है, अपनी अपील में बैंक ने डूबे रहे अरबों रुपए की रिकवपरी किए जाने की मांग की है, जिस पर 18 नवंबर को सुनवाई होगी. बैंक मेनेजर विनोद कुमार सिंह ने बताया कि भोपाल कोऑपरेटिव बैंक की वित्तीय स्थिति बहुत मजबूत है. बैंक जो निवेश कर रहा है, वो RBI की गाइडलाइन के तहत ही कर रहा है.

कोऑपरेटिव सेंट्रल बैंक मेनेजर का बयान

विनोद कुमार ने बताया की पिछले 60 सालों से बैंक लगातार किसानों और जरूरतमंदों को ऋण मुहैया करा रहा है. बैंक 2016 तक संचित लाभ में भी रही है. लेकिन इसके बाद सहकारी शक्कर कारखाना गुना, अपेक्स एलडीबी में निवेश की गई राशि की रिकवरी ना होने से बैंक को हानि उठानी पड़ी है. इसमे बैंक को 310 करोड़ की हानि हुई थी, जिसमें से 110 करोड़ राशि की रिकवर नहीं हो पायी थी, जिसके लिए अपील दायर की गई है.

उनका यह भी कहना है कि, बैंक के 20 करोड़ की राशि यस बैंक में गलत तरीके से निवेश करने की खबर को गलत तरीके से उछाला गया था, जबकि इसमें RBI की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया गया है. उनका कहना है कि बैंक की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन बैंक निवेश की राशि को लेकर पूरी तरह से सतर्क है और नियमों के तहत ही निवेश कर रही है.

Intro:भोपाल। भोपाल कोऑपरेटिव सेंट्रल बैंक निवेश में हुई गड़बड़ी के बाद डूबे 110 करोड़ की राशि की रिकवरी की कोशिश में झूठा है। बैंक ने इसके लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में दो अपील की है जिस पर 18 नवंबर को सुनवाई होगी। बैंक के प्रशासक विनोद कुमार सिंह कहा है कि भोपाल कोऑपरेटिव सेंटर बैंक की वित्तीय स्थिति बहुत मजबूत है और बैंक के द्वारा जून निवेश किया जा रहा है वह आरबीआई की गाइडलाइन के हिसाब से ही किया जा रहा है।


Body:भोपाल कोऑपरेटिव सेंट्रल बैंक के प्रशासक विनोद कुमार सिंह के मुताबिक पिछले करीब 60 सालों से बैंक लगातार किसानों और अमानत तारों को ऋण मुहैया करा रहा है बैंक 2016 तक संचित लाभ में रही है लेकिन इसके बाद सहकारी शक्कर कारखाना गुना अपेक्स एलडीबी में निवेश की गई राशि की अदायगी में चूक के कारण बैंक को हानि उठानी पड़ी है। उन्होंने कहा कि 310 करोड़ के निवेश में हुई गड़बड़ी से 110 करोड़ रुपए की राशि की रिकवरी अभी तक नहीं हो पाई है इसके लिए भोपाल कोऑपरेटिव सेंट्रल बैंक ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में दो अपील दायर की है जिस पर 18 नवंबर को सुनवाई होनी है। उन्होंने कहा कि बैंक की वित्तीय स्थिति बेहद मजबूत है और बैंक का लोन पोर्टफोलियो तेरह सौ करोड़ का है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों बैंक द्वारा 20 करोड़ की राशि यस बैंक में गलत तरीके से निवेश करने की खबर को गलत तरीके से उछाला गया था जबकि इसमें आरबीआई की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया गया है उन्होंने कहा कि बैंक की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन बैंक निवेश की राशि को लेकर पूरी तरह से सतर्क है और नियमों के तहत ही निवेश कर रही है।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.