ETV Bharat / state

बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं राज्यपाल, कहा- कट्टरपंथी और अलगाववादियों की बातों में ना आएं युवा

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल राजधानी के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में पहुंची. उन्होंने युवाओं को कट्टरपंथी और अलगाववादी लोगों की बातों में ना आने की सलाह दी है.

author img

By

Published : Feb 25, 2019, 10:05 PM IST

rajyapal

भोपाल। राजधानी के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया था, जिसकी अध्यक्षता राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की. राज्यपाल ने युवाओं को सफलता के नुस्खों के साथ कट्टरपंथी और अलगाववादी लोगों की बातों में ना आने की सलाह भी दी.

rajyapal
राज्यपाल


उन्होंने कहा कि ये दुख की बात है कि कुछ युवा बरकतुल्लाह जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी के नक्शेकदम पर ना चलकर, अलगाववादी और कट्टरपंथी लोगों की बातों में आ जाते हैं. युवाओं को अपनी शक्ति का उपयोग सही जगह करना चाहिए. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को PHD में शोध करने के लिए नए-नए विषयों पर रिसर्च करना चाहिए जो ना केवल उनके बल्कि समाज और देश के काम भी आएं.


राज्यपाल ने यूपी की योगी सरकार और उनके प्रयागराज कुम्भ में किए कामों की और मोदी सरकार की योजनाओं की जमकर तारीफ की. यहां तक कि राज्यपाल ने विद्यार्थियों को प्रयागराज कुंभ में जाकर मैनेजमेंट सीखने की सलाह दी. उन्होंने कुंभ व्यवस्थाओं की तारीफ करते हुए कहा कि छात्रों को वहां जाकर PHD करनी चाहिए. उन्होंने बाकायदा कुलपतियों को विश्वविद्यालयों से छात्रों को वहां भेजने के निर्देश दिए हैं.

राज्यपाल


वहीं कार्यक्रम में शामिल हुए उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी से परीक्षा की फीस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस आर्थिक भार का वहन मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा विभाग करेगा. आने वाले सत्र से बच्चों पर यह भार नहीं आएगा. इसके साथ ही नौकरियों के लिए भरे जाने वाले फॉर्म पर भी विचार चल रहा है कि उसका भार कैसे कम किया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में चल रही अनियमितताओं को लेकर भी विभाग अलर्ट है.

भोपाल। राजधानी के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया था, जिसकी अध्यक्षता राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की. राज्यपाल ने युवाओं को सफलता के नुस्खों के साथ कट्टरपंथी और अलगाववादी लोगों की बातों में ना आने की सलाह भी दी.

rajyapal
राज्यपाल


उन्होंने कहा कि ये दुख की बात है कि कुछ युवा बरकतुल्लाह जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी के नक्शेकदम पर ना चलकर, अलगाववादी और कट्टरपंथी लोगों की बातों में आ जाते हैं. युवाओं को अपनी शक्ति का उपयोग सही जगह करना चाहिए. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को PHD में शोध करने के लिए नए-नए विषयों पर रिसर्च करना चाहिए जो ना केवल उनके बल्कि समाज और देश के काम भी आएं.


राज्यपाल ने यूपी की योगी सरकार और उनके प्रयागराज कुम्भ में किए कामों की और मोदी सरकार की योजनाओं की जमकर तारीफ की. यहां तक कि राज्यपाल ने विद्यार्थियों को प्रयागराज कुंभ में जाकर मैनेजमेंट सीखने की सलाह दी. उन्होंने कुंभ व्यवस्थाओं की तारीफ करते हुए कहा कि छात्रों को वहां जाकर PHD करनी चाहिए. उन्होंने बाकायदा कुलपतियों को विश्वविद्यालयों से छात्रों को वहां भेजने के निर्देश दिए हैं.

राज्यपाल


वहीं कार्यक्रम में शामिल हुए उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी से परीक्षा की फीस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस आर्थिक भार का वहन मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा विभाग करेगा. आने वाले सत्र से बच्चों पर यह भार नहीं आएगा. इसके साथ ही नौकरियों के लिए भरे जाने वाले फॉर्म पर भी विचार चल रहा है कि उसका भार कैसे कम किया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में चल रही अनियमितताओं को लेकर भी विभाग अलर्ट है.

Intro:भोपाल- राजधानी के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में आज दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ समारोह की अध्यक्षता मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की।
इस दौरान उन्होंने युवाओं को आगे बढ़ने के लिए कई तरीके के सुझाव दिए। राज्यपाल ने कहा कि यह बड़े दुख की बात है कि कुछ बरकतुल्लाह जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी के नक्शे कदम पर ना चलकर कुछ अलगाववादी और कट्टरपंथी लोगों की बातों में आ जाते हैं। युवाओं को अपनी शक्ति का उपयोग सही जगह करना चाहिए।
इसके साथ ही विद्यार्थियों को पीएचडी में शोध करने के लिए नए नए विषयों पर रिसर्च करना चाहिए जो ना केवल उनके बल्कि समाज और देश दोनों के काम आएं।


Body:आज के दीक्षांत समारोह में 21 गोल्ड मैडल,3 स्पॉन्सर्ड गोल्ड मेडल, 283 पीएचडी की उपाधि, 138 स्नातक और 350 स्नातकोत्तर की डिग्रियां विद्यार्थियों को दी गई।
कार्यक्रम के अध्यक्ष के तौर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के शिखर सिंह चौहान और विशिष्ट अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी शामिल हुए।



Conclusion:उच्च शिक्षा मंत्री से इस दौरान परीक्षाओं की फीस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस आर्थिक भार को मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग वहन करेगा। आने वाले सत्र से बच्चों पर यह भार नहीं आएगा। इसके साथ ही नौकरियों के लिए भरे जाने वाले फॉर्म पर भी विचार चल रहा है भार को कैसे कम किया जाए।
साथ ही विश्वविद्यालयों में चल रही अनियमितताओं को लेकर हमारा विभाग अलर्ट है। धारा 52 कहां लगेगी और कैसे लगेगी यह बताने का नहीं करने का विषय है।

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.