भोपाल। राजधानी भोपाल में एक बार फिर से धर्मांतरण का मामला सामने आया है. अभी कुछ महीनों पहले ही हिंदू संगठनों ने एक बस्ती में हो रही प्रार्थना सभा में भी धर्मांतरण की शिकायत दर्ज कराई थी. उसके बाद अब रातीबड़ थाना क्षेत्र के ग्राम केकडिया में आदिवासियों को लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव बनाने के मामले में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
दरअसल, रातीबड़ थाना क्षेत्र का भानपुर गांव केकडिया मूल रूप से आदिवासी गांव है. यहां रविवार रात में हीरालाल जामोद नामक व्यक्ति के घर में धर्मांतरण कराए जाने का सनसनीखेज आरोप लगा है (Hindus were praying to Jesus in Bhopal). ईटीवी भारत के पास एक्सलूसिव वीडियो मौजूद हैं, जिसमें यह साफ सुनाई दे रहा है कि धर्मांतरण के आरोप पर आदिवासी से ईसाई कंवर्ट हो रहे लोग कह रहे हैं कि वो यहां महज झाड़ फूंक के लिए आए थे. इस पूरे मामले का खुलासा करने वाले हिन्दू टाइगर फोर्स के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र तोमर ने कहा कि ''इस गांव को टारगेट करके अभियान चलाया जा रहा है. रात में करीब 9 बजे जब सूचना मिली तो हम दल बल के साथ गांव पहुंचे और यह सब देखने को मिला. हमें देखकर घर में मौजूद लोग बहस करने लगे, तब पुलिस को बुलाया गया और इन सभी को पुलिस ने थाने में बैठा लिया है. फिलहाल पूछताछ चल रही है, जिन महिलाओं को पीड़ित बताया गया है, उनके बयान होना बाकी है''.
झाड़-फूंक और बीमारी का इलाज चल रहा था: मध्य प्रदेश में धर्मांतरण को लेकर खासा बवाल मचा हुआ है. इसी सिलसिले में भोपाल के ग्राम केकडिया में रविवार रात करीब 9 बजे जब टाइगर फोर्स के लोग पहुंचे तो यहां आदिवासी हीरालाल जामोद के घर में झाड फूंक और इलाज चलना बताया गया. मौके पर करीब 40 से 50 लोग थे, जो ईसाई पद्धति से प्रार्थना कर रहे थे देवेंद्र तोमर के अनुसार यह सभी हिन्दू धर्म को बुरा भला बोल रहे थे.
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पहले भी हो चुका है धर्मांतरण का प्रयास: नवंबर 2022 में भोपाल के शिवनगर में धर्मांतरण का मामला सामने आया था. जांच के बाद पुलिस ने धर्मांतरण का खेल खेलने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि तीनों आरोपी खुद भी पैसों के लालच में धर्मांतरण कर चुके हैं. ये लोग स्लम और गरीब इलाकों में बच्चों और महिलाओं को जीसस की प्रार्थना के लिए बुलाते थे. प्रार्थना में ये लोग गरीबों को गंभीर बीमारियों से छुटकारा दिलाने और शादी करवाने तक का वादा करते थे. लालच के चलते लोग धर्म परिवर्तन कर लेते थे. आरोपी लंबे समय से राजधानी भोपाल में गरीब लोगों का धर्मांतरण कराने में जुटे थे. आरोप है कि आरोपी नाबालिग बच्चों से लेकर बड़ों तक का ब्रेनवाश करते थे, गिरफ्तारी के बाद तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
पुलिस का क्या कहना है: इस पूरे मामले में श्रुतकीर्ति सूर्यवंशी ने बताया कि पुलिस ने मामले में धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम 2019 के तहत 3 लोग हीरालाल जामोद, गब्बर सिंह और हेम सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. इन्हें गिरफ्तार कर लिया है और बाकी संदिग्ध लोगों को नोटिस तामील कराया जा रहा है. वहीं इस पूरे मामले में अभी यह बताना संभव नहीं है कि कितने लोगों का धर्मांतरण कराया गया है, लेकिन पहले से लोग उसके यहां पूजा पाठ करने जाते थे. वह लोगों को ठीक करने, घर में पैसा बढ़ाने और नौकरी लगाने इत्यादि का लालच देकर धर्मांतरण कराता था. पहले गांव के काफी लोग उसके यहां पूजा में शामिल होते थे, पर लोगों ने धीरे-धीरे उसके आना जाना बंद कर दिया. वही बताया जा रहा है कि गांव से करीब 2 किलोमीटर पहले ही एक बोर्ड लगा हुआ था, जिसमें साफ तौर पर लिखा हुआ था लव जिहाद और धर्मांतरण की नीति से ग्राम में प्रवेश करने वालों का प्रवेश वर्जित है. गांव भिलाला समाज का है और उन्हीं के परिषद ने यह बोर्ड लगाया था. जिसमें हिंदू देवी देवताओं के बारे में अपशब्द और गलत बात करना भी वर्जित लिखा हुआ था.