भोपाल। राहुल गांधी को संसद सदस्यता रद्द किए जाने के बाद भोपाल में कांग्रेस धरना प्रदर्शन कर रही है. प्रदेश में आदिवासी, एससी-एसटी और राहुल गांधी के मुद्दे पर कांग्रेस के अनूसूचित जाति जनजाति मोर्चा ने विरोध किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इन मुद्दों को लेकर सीएम हाउस का घेराव करने के लिए कांग्रेस प्रदेश कार्यालय से रैली शुरू की, लेकिन पुलिस ने कार्यकर्ताओं को बैरीकेडिंग कर रोक दिया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई. कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर काबू पाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा.
पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को किया गिरफ्तार: प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता सीएम हाउस तक जाने पर अड़े रहे. हालांकि, पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रेडक्रॉस चौराहे से आगे बढ़ने से रोक दिया. कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन देने को तैयार ही नहीं थे. कार्यकर्ता जब नहीं माने और उन्होंने बैरीकेडिंग से आगे बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर बल प्रयोग कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना: उधर, इसके पहले कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पर कांग्रेस के अनुसूचित जाति जनजाति मोर्चा ने सभा आयोजित की. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस विधायक सुरेश राजे ने आरोप लगाया कि "केन्द्र और मध्यप्रदेश सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने में जुटी है. जन प्रतिनिधियों को लोकतंत्र के मंदिर में बोलने नहीं दिया जाता. सरकार के खिलाफ जो भी आवाज उठाता है, उसकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जाता है."
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एजेंसियों का दुरूपयोग: सरकार तमाम जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं पर झूठे मामले लगाए जाते हैं, लेकिन इसके बाद भी बीजेपी विपक्ष को न तो डरा सकेगी और न ही उनकी आवाज को दबा पाएगी. कांग्रेस यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने कहा कि सरकार की नीतियों और नियत के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई लगातार जारी रहेगी और आने वाले समय में यह लड़ाई और तेज होगी.