भोपाल। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कांग्रेस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को साइकिल भेंट करेगी. पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि साइकिल भेज कर कांग्रेस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग करेगी कि 100 रुपए लीटर पहुंची, पेट्रोल की कीमतों के विरोध में शिवराज साइकिल चलाएं और प्रधानमंत्री मोदी से कीमतें नियंत्रित करने की मांग करें. उधर बढ़ती महंगाई के विरोध में कल शुक्रवार को कांग्रेस ने दोपहर 2 बजे तक बंद का आव्हान किया है.
पेट्रोल 58 लीटर पहुंचने पर शिवराज ने विरोध में चलाई थी साइकिल
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल के दौरान पेट्रोल की कीमतें ₹58 प्रति लीटर पहुंचने पर शिवराज सिंह चौहान ने साइकिल चला कर विरोध जताया था. अब पेट्रोल की कीमतें ₹100 पार पहुंच चुकी है. रसोई गैस की कीमत भी नहीं लगातार बढ़ रही है, महंगाई का स्तर 2 गुना तक पहुंच चुका है. इसके विरोध में कांग्रेस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को साइकिल भेजेगी और मांग करेगी कि वह कीमतों के विरोध में एक बार फिर साइकिल चलाए.
पेट्रोल के दाम में लगी 'आग' बुझाने के लिए 20 जनवरी को प्रदेश बंद!
कांग्रेस का कल प्रेदश बंद का आव्हान
उधर बढ़ती महंगाई के विरोध में कांग्रेस ने 20 फरवरी को बंद का आव्हान किया है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतू पटवारी ने कहा है कि 'महंगाई के विरोध में कॉन्ग्रेस ने लोगों से आधे दिन का बंद का आव्हान किया है. यह बंद लोगों द्वारा लोगों के लिए बंद है, कांग्रेस सिर्फ माध्यम है. कांग्रेस ने आवश्यक वस्तुओं को छोड़ प्रदेश में सभी कुछ बंद करने की बात कही है. बंद को लेकर यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता अभियान चला रहे हैं. पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस शनिवार को प्रदर्शन करेगी. साथ ही घूम-घूम कर व्यापारियों से अपनी दुकानें बंद करने का आव्हान करेंगी. कांग्रेस ने साफ किया है कि बाजार को जबरन बंद नहीं कराया जाएगा, कांग्रेस का प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा.
एक लीटर पेट्रोल पर सरकार की झोली में जाती है 39 फीसदी राशी
एक लीटर पेट्रोल के रूप में लोगों को भले ही करीब 100 रुपए चुकाना पड़ता हो, लेकिन इनमें से 39 फीसदी राशि प्रदेश सरकार के राजस्व में जाता है. एक लीटर पेट्रोल पर राज्य सरकार 33 फीसदी वैट, 4.5 रुपए प्रति लीटर एडिशनल ड्यूटी और 1 फीसदी सेस लेती है. इस तरह यह 39 फीसदी होता है. इसी तरह डीजल पर प्रदेश सरकार 23 फीसदी वैट, 3 रुपए प्रति लीटर एडिशनल ड्यूटी, 1 फीसदी सेस मिलाकर प्रति लीटर डीजल पर 27 फीसदी टैक्स लिया जाता था.