भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस अब किसानों को लेकर बड़े आंदोलन की तैयारी कर रही है. आगामी 28 दिसंबर को कांग्रेस का स्थापना दिवस है और इस दिन कांग्रेस एक साथ कई तरह के आयोजन करने जा रही है. खास बात यह है कि इसी दिन विधानसभा के तीन दिवसीय सत्र का पहला दिन है. 28 दिसंबर को कांग्रेस स्थापना दिवस और अन्य आयोजन के साथ प्रदेश भर के किसानों को भोपाल में इकट्ठा करने जा रही है. माना जा रहा है कि प्रदेश भर के किसान बड़े पैमाने भोपाल में इकट्ठा होंगे.
विक्रांत भूरिया 28 को ले सकते हैं पदभार ग्रहण
28 दिसंबर को कांग्रेस का स्थापना दिवस और इसी दिन सेवादल का भी स्थापना दिवस है. मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस और सेवा दल का स्थापना दिवस एक साथ मनाया जाएगा. इस बात की जानकारी पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने दी. इस दिन हाल ही में मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के चुनाव में निर्वाचित हुए प्रदेश अध्यक्ष और अन्य सदस्य अपना पदभार ग्रहण करेंगे. माना जा रहा है कि विक्रांत भूरिया के पदभार ग्रहण में भी बड़ी संख्या में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता भोपाल पहुंचेंगे.
प्रदेशभर से ट्रैक्टर ट्राली पर भोपाल के लिए कुच करेंगे किसान
पूर्व मंत्री वर्मा ने बताया कि कांग्रेस इसी दिन प्रदेश भर के किसानों को भोपाल में इकट्ठा करने की तैयारी कर रही है. कांग्रेस प्रदेशभर से ट्रैक्टर ट्राली के जरिए किसानों को भोपाल आमंत्रित कर रही है. किसानों के जरिए कांग्रेस बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रही है और हजारों की संख्या में किसानों को इकट्ठा करने का प्रयास किया जा रहा है.
28 दिसंबर को ही विधानसभा सत्र होगा शुरू
माना जा रहा है कि विधानसभा के सत्र की शुरुआत के दिन कांग्रेस बड़ा शक्ति प्रदर्शन करके बीजेपी को अपनी ताकत दिखाना चाहती है. जहां विधानसभा का सत्र का पहला दिन है. इस दिन कांग्रेस कार्यालय में हजारों की संख्या में किसान इकट्ठे होंगे और युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की ताजपोशी के लिए युवा भी भारी संख्या में इकट्ठा होंगे.
बड़ी संख्या में किसान विधानसभा कर सकते हैं कूच
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि 28 दिसंबर को विधानसभा के सत्र का पहला दिन है. यह सत्र 3 दिन का है. 28 तारीख को ही कांग्रेस और सेवा दल का स्थापना दिवस भी है, हो सकता है उसी दिन हमारे युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया बने हैं. वह भी शपथ लेंगे. तो कई जगह से ट्रैक्टर में बैठकर किसान आएगा. हो सकता है कि विधानसभा का घेराव करें. हमने तो प्रदेश कांग्रेस के दफ्तर बुलाया है, अब कहीं उधर कूच कर गए किसान हैं, अपनी मांगों को लेकर किसी भी हद तक जाने का अधिकार है.