भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विधानसभा बुदनी में पदस्थ एक महिला अधिकारी को माफिया द्वारा डराने, हमला करने और प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है. जिस पर कांग्रेस ने कहा है कि प्रदेश में माफिया राज की वापसी हो गई है. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि बेहद शर्मनाक है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री जो खुद को बहन-बेटियों का मामा बताते हैं. इनके विधानसभा क्षेत्र बुदनी में एक दलित महिला अधिकारी को माफिया द्वारा अनुचित कार्य कराने के लिए , उन्हें डराने-धमकाने के लिए उनके घर पर आगजनी की घटना कराई जाती है और एक सप्ताह बाद भी न आरोपियों की गिरफ्तारी होती है और न उस महिला अधिकारी को सुरक्षा प्रदान की जाती है.
नरेंद्र सलूजा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि कमलनाथ सरकार ने जिस प्रकार माफिया के खिलाफ अभियान छेड़ा था और प्रदेश से माफिया राज की समाप्ति की थी. शिवराज सरकार आते ही माफिया के हौसले फिर बुलंद हो गए हैं. इन माफियाओं के खिलाफ कमलनाथ सरकार की तरह ही कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
उन्होंने मुख्यमंत्री से महिला अधिकारी को पूर्ण सुरक्षा प्रदान कराए जाने की मांग की है. उनके हितों का संरक्षण किया जाए और दोषी माफियाओं के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए. कांग्रेस इस मामले में चुप नहीं बैठेगी और सड़क से लेकर सदन तक इस मामले को उठाएगी.
शासकीय आवास पर आगजनी
महिला अधिकारी के शासकीय आवास के बाहर खड़ी निजी कार को 23 मई की रात को दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया था. ये आग महिला अधिकारी के आवास के अंदर तक पहुंच गई थी. सीसीटीवी फुटेज में पूरा घटनाक्रम कैद है. लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी न महिला अधिकारी को सुरक्षा प्रदान की गई और न ही आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई.
क्या था मामला
बुदनी नगर परिषद में मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद पर पदस्थ महिला अधिकारी ने एक महीने पहले 30 अप्रैल को पुलिस को आवेदन देकर जानकारी दी थी कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके घर की खिड़की खोली और भोपाल आते-जाते समय कई बार उनपर हमला करने की कोशिश की गई. उन्होंने पुलिस से सुरक्षा की मांग करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. लेकिन इस आवेदन पर एक माह में भी कोई सुनवाई नहीं हुई.