ETV Bharat / state

कांग्रेस-बीजेपी की कार्यशैली में किसी भी तरह की कोई समानता नहीं: कांग्रेस - BJP

कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने कहा कि बीजेपी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है. कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है. लोग अपनी बात रखते हैं. कई बार ऐसा हो जाता है कि जो मुद्दे पार्टी के मंच पर रखे जाने चाहिए, वह सार्वजनिक मंच पर रख दिए जाते हैं.

Minister Umang Singhar- Sadhvi Pragya Singh Thakur
मंत्री उमंग सिंघार- साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर
author img

By

Published : Nov 29, 2019, 3:48 PM IST

भोपाल। महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को 'देशभक्त' बताने के बाद बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. कांग्रेस ने इंदौर के कोतवाली पुलिस स्टेशन में प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ देशद्रोह की शिकायत दर्ज कराई है. जिस पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी की कार्यशैली में किसी भी तरह की समानता नहीं है.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है

कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने कहा कि बीजेपी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है. कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है. लोग अपनी बात रखते हैं. कई बार ऐसा हो जाता है कि जो मुद्दे पार्टी के मंच पर रखे जाने चाहिए, वो सार्वजनिक मंच पर रख दिए जाते हैं, इसलिए विवाद का विषय बनते हैं. लेकिन कांग्रेस पार्टी में किसी को अपनी बात रखने से रोका नहीं जाता है.

उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन पर कांग्रेस हाइकमान, वरिष्ठ नेताओं और अनुशासन समिति ने संज्ञान लिया है. सही समय पर पार्टी हाईकमान और अनुशासन समिति निर्णय लेगी. लेकिन कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता अनुशासन में हैं, पार्टी की रीति नीति के अनुसार काम कर रहे हैं और अपनी सीमा के अंदर बात कर रहे हैं लेकिन फिर भी कोई मुद्दा आता है, तो पार्टी हाईकमान के संज्ञान होता है. जो भी निर्णय होता है वो सबके सामने आता है.

भोपाल। महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को 'देशभक्त' बताने के बाद बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. कांग्रेस ने इंदौर के कोतवाली पुलिस स्टेशन में प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ देशद्रोह की शिकायत दर्ज कराई है. जिस पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी की कार्यशैली में किसी भी तरह की समानता नहीं है.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है

कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने कहा कि बीजेपी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है. कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है. लोग अपनी बात रखते हैं. कई बार ऐसा हो जाता है कि जो मुद्दे पार्टी के मंच पर रखे जाने चाहिए, वो सार्वजनिक मंच पर रख दिए जाते हैं, इसलिए विवाद का विषय बनते हैं. लेकिन कांग्रेस पार्टी में किसी को अपनी बात रखने से रोका नहीं जाता है.

उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन पर कांग्रेस हाइकमान, वरिष्ठ नेताओं और अनुशासन समिति ने संज्ञान लिया है. सही समय पर पार्टी हाईकमान और अनुशासन समिति निर्णय लेगी. लेकिन कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता अनुशासन में हैं, पार्टी की रीति नीति के अनुसार काम कर रहे हैं और अपनी सीमा के अंदर बात कर रहे हैं लेकिन फिर भी कोई मुद्दा आता है, तो पार्टी हाईकमान के संज्ञान होता है. जो भी निर्णय होता है वो सबके सामने आता है.

Intro:भोपाल। इन दिनों भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर सुर्खियां बटोर रही हैं। इस बार तो उन्होंने ऐसा कमाल किया कि अपनी पार्टी के लिए भरी लोकसभा में बदनामी की वजह बन गई। दरअसल प्रज्ञा की लगातार विवादित बयान बाजी की जड़ में जाएं, तो सामने आएगा कि अगर प्रज्ञा ठाकुर पर पहली बार में ही सख्त कार्रवाई की गई होती, तो प्रज्ञा ठाकुर बीजेपी के लिए परेशानी का सबब नहीं बनती। कमोबेश ऐसे ही हाल मप्र में राज कर रही कांग्रेस पार्टी के हैं। पिछले दिनों कमलनाथ सरकार के मंत्री उमंग सिंघार में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर सार्वजनिक रूप से गंभीर आरोप लगाए थे और लगातार वह ऐसी बयानबाजी करते रहे थे। मामला गंभीर होता देख पार्टी ने अनुशासन समिति के लिए सौंप दिया, लेकिन आज तक कांग्रेस ने उमंग सिंघार पर कोई कार्रवाई नहीं की है। इसी का नतीजा है कि सार्वजनिक मंच और सोशल मीडिया पर कांग्रेस के नेता लगातार अनुशासन तोड़ रहे हैं।



Body:अगर प्रज्ञा ठाकुर को लेकर भाजपा ने शुरुआत में ही सख्ती बरती होती तो भाजपा को भरी संसद में प्रज्ञा ठाकुर के कारण जिल्लत नहीं झेलनी पड़ती। जैसे ही प्रज्ञा ठाकुर को लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया था। तो प्रज्ञा ठाकुर ने सबसे पहले मुंबई हमले में शहीद हेमंत करकरे की शहादत पर सवाल उठाए थे।पार्टी ने मामले को जैसे-तैसे संभाला, तो चुनाव के अंतिम दौर में प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बता दिया। मामला बिगड़ता देख प्रधानमंत्री ने बयान तो दिया, लेकिन सख्ती नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि वह कभी दिल से माफ नहीं कर पाएंगे। आनन-फानन में पार्टी ने भी उन्हें नोटिस दे दिया, लेकिन आप आज तक कार्रवाई नहीं की गई और उसका नतीजा यह हुआ कि उन्होंने भरी लोकसभा में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया और भाजपा के लिए भारी जिल्लत का सामना करना पड़ा।

लेकिन दूसरी तरफ ऐसा ही हाल देश की सबसे पुरानी और बड़ी पार्टी कांग्रेस का है। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के वन मंत्री उमंग सिंघार ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर विवादित बयान दिए। विवादित बयानों का सिलसिला इतना ज्यादा बढ़ गया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ को खुद हस्तक्षेप करना पड़ा और पार्टी आलाकमान ने मामला अनुशासन समिति को सौंप दिया। मामला अनुशासन समिति में जाने से बयान बाजी तो रुक गई, लेकिन आज तक अनुशासन समिति ने उमंग सिंघार पर किस कार्रवाई की सिफारिश की है और पार्टी ने अनुशासनहीनता के मामले में उन पर क्या कार्रवाई की है, यह सामने नहीं आया। उसका नतीजा यह हुआ कि पार्टी के दूसरे नेता भी सार्वजनिक बयानबाजी और सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकालने लगे। उमंग सिंघार पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसे में पार्टी में अनुशासनहीनता के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कभी सिंधिया के समर्थक मंत्री और विधायक खुलकर पार्टी के अनुशासन को तोड़ते हुए सरकार के खिलाफ बयान देते हैं। तो कभी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ट्विटर पर अपनी भड़ास निकालते नजर आते हैं।उन्होंने तो कर्ज माफी को लेकर राहुल गांधी को भी माफी मांगने की सलाह दे डाली थी।


Conclusion:पार्टी का अनुशासन ताक पर होने और उमंग सिंघार पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने के सवाल पर मप्र कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि कांग्रेस और बीजेपी की कार्यशैली में कोई समानता नहीं हो सकती है।भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है, कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है। लोग अपनी बात रखते हैं। कई बार ऐसा हो जाता है कि जो मुद्दे पार्टी के मंच पर रखे जाने चाहिए, वह सार्वजनिक मंच पर रख दिए जाते हैं, इसलिए विवाद का विषय बनते हैं। लेकिन कांग्रेस पार्टी में किसी को अपनी बात रखने से रोका नहीं जाता है। कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन पर कांग्रेस हाइकमान,वरिष्ठ नेताओं और अनुशासन समिति ने संज्ञान लिया है।सही समय पर पार्टी हाईकमान और अनुशासन समिति निर्णय लेगी। लेकिन कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता अनुशासन में हैं, पार्टी की रीति नीति के अनुसार काम कर रहे हैं और अपनी सीमा के अंदर बात कर रहे हैं।लेकिन फिर भी कोई मुद्दा आता है, तो पार्टी हाईकमान के संज्ञान में है। जो भी निर्णय होगा, वह सबके सामने आएगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.