भोपाल। बिजली कर्मचारियों पर की गई सरकार की कार्रवाई पर बीजेपी लगातार सवाल उठा रही है. अब इस पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस के को-ऑर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा का कहना है कि अगर बिजली कटती है, तो बीजेपी के पेट में दर्द होता है और अगर दोषियों पर कार्रवाई की जाती है, तब भी इनके पेट में दर्द होता है. उन्होंने बीजेपी पर दोषियों को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.
नरेंद्र सलूजा ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी से जुड़े आउटसोर्सिंग कर्मचारी साजिश को अंजाम दे रहे थे. अब बीजेपी उनके पक्ष में बयान दे रही है, इससे ही समझा जा सकता है कि यह सब उनकी मिलीभगत से हो रहा है. उन्होंने कहा कि कटौती और लापरवाही बीजेपी के इशारे पर हो रही थी, इसलिए अब पूर्व सीएम शिवराज सिंह उनके समर्थन में बयान देने के लिए खड़े हो गए हैं.
कांग्रेस के को-ऑर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा का कहना है कि अब तक 492 कर्मचारियों-अधिकारियों पर कार्रवाई की जा चुकी है. मुख्यमंत्री कमलनाथ पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि सरप्लस बिजली होने के बाद भी अगर कहीं बिजली कटौती की जाती है और इसमें कर्मचारियों-अधिकारियों की लापरवाही या साजिश सामने आती है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.
बता दें कि मध्य प्रदेश सरप्लस बिजली का स्टेट है. यहां तक कि देश की राजधानी दिल्ली को भी मध्यप्रदेश से बिजली दी जाती है. लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद बिजली कटौती का सिलसिला लगातार जारी है. जिस पर सीएम ने जांच के आदेश दिए हैं. 492 कर्मचारी इस कार्रवाई के शिकार हो चुके हैं. वहीं बीजेपी ने इस मसले पर कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर सीएम कमलनाथ पर हमला बोला है