भोपाल। विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने अपना वचन पत्र जारी कर दिया है. विधानसभा चुनाव 2018 में घोषणा पत्र को वचनपत्र के रूप में पेश कर कमलनाथ ने मतदाताओं को आकर्षित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी और 15 साल बाद मध्यप्रदेश की सत्ता में कांग्रेस की वापसी कराई थी. अब उपचुनाव के लिए एक बार फिर कांग्रेस ने अपना घोषणा और वचन पत्र जारी किया है. खास बात ये है कि सभी 28 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग-अलग वचन पत्र तैयार किए गए हैं और इस वचन पत्र में कोरोना से मृत व्यक्ति के परिवार को सरकारी नौकरी देने का वचन कांग्रेस ने दिया है.
उपचुनाव पर शिवराज सरकार का भविष्य निर्भर
सिंधिया खेमे की बगावत से कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिर गई और एक बार फिर उपचुनाव के हालात मध्यप्रदेश में निर्मित हो गए हैं. उपचुनाव तय करेगा कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार की वापसी होगी या शिवराज सरकार बरकरार रहेगी. यही वजह है कि उपचुनाव में जीत के लिए कमलनाथ एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं.
क्यों हो रहा उपचुनाव
विधानसभा 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने अपना वचन पत्र घोषणा पत्र के रूप में पेश किया था, जिसमें किसान कर्ज माफी, बेरोजगारी भत्ता, गौशालाओं का निर्माण, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की राशि 28 हजार से बढ़ाकर 51 करना और सामाजिक सुरक्षा पेंशन को दोगुनी करने जैसे वादे किए थे. कांग्रेस के वचन पत्र से मध्यप्रदेश का मतदाता प्रभावित हुआ और 15 साल बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई, लेकिन सिंधिया खेमे की बगावत के कारण 28 सीटों पर उपचुनाव के हालात बन गए हैं.
उपचुनाव की तारीख का ऐलान
भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है. उपचुनाव के लिए राजनीतिक दल और प्रत्याशी के लिए सिर्फ 1 महीने का समय बाकी है. ऐसी स्थिति में कांग्रेस ने फिर अपना घोषणा पत्र वचन पत्र के रूप में तैयार किया है. खास बात ये है कि जिन 28 विधानसभा में उपचुनाव होना है उन सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग-अलग वचन पत्र तैयार किया गया है, जिसमें वहां के स्थानीय मुद्दों और जरूरतों को प्रमुखता दी गई है. 3 नवंबर को मतदान होगा और 10 को नतीजे आएंगे.
कांग्रेस के वचन पत्र की खासियत
कांग्रेस के वचन पत्र की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसमें कोरोना महामारी को लेकर कांग्रेस ने बड़ी घोषणा और एलान किया है कि किसी परिवार के व्यक्ति कि अगर कोरोना से मौत होती है तो उस परिवार के परिजन को संविदा नियुक्ति दी जाएगी.
कोरोना को लेकर कांग्रेस ने दिया ये वचन
- कोरोना संक्रमण को राजकीय आपदा घोषित किया जाएगाट
- किसी परिवार में मृत्यु होने पर उसे अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी.
- कोरोना संक्रमण के चलते परिवार के मुखिया की मौत होने पर उस परिवार के किसी एक व्यक्ति को जीवन यापन के लिए संविदा नियुक्ति दी जाएगी.
- कोरोना संक्रमण से प्रभावित फुटकर विक्रेताओं को बिना ब्याज के 50 हजार तक का लोन दिया जाएगा.
सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग-अलग वचन पत्र
मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह का कहना है कि जो वचन पत्र कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में बनाया था, प्रदेश की जनता ने हमें 5 साल का अवसर दिया था कि 5 साल कांग्रेस की सरकार रहे. घोषणा पत्र 5 साल के लिए रहता है, लेकिन हमें 15 महीने का ही कार्यकाल मिला था, तो उन्होंने 2018 के वचन पत्र के कई बिंदुओं को पूरा करने का काम किया. बहुत सारी घोषणाएं पूरी भी की हैं, जो हमारी घोषणाएं पिछले वचन पत्र में बची थी, तो निश्चित रूप से उन्हें जस का तस रखा गया है, उन्हें हमें पूरा करना है.
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राजीव सिंह ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी और हम सभी वादों को पूरा करेंगे. हमारे प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने हर विधानसभा क्षेत्र की परिस्थितियों को देखकर अलग-अलग वचन पत्र बनवाया है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों से चर्चा करके कुछ मुद्दे स्थानीय स्तर के लिए हैं और जनता की जो जायज मांगे हैं, उसको हमारी सरकार पूरा करेगी.
'कोरोना को राष्ट्रीय आपदा घोषित करना'
मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि यह जो कोरोना की आपदा है. ये आपदा किसी ने बुलाई नहीं है, ये अपने आप आई है. इसमें हजारों गरीब परिवार परेशान हुए हैं. कोरोना के चलते कितने परिवार उजड़ गए हैं, कई बच्चे अनाथ हो गए हैं, ऐसी परिवारों की मदद करने की आवश्यकता है. हमारे अध्यक्ष कमलनाथ की सोच है कि कोरोना को राष्ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए. जिससे जिन परिवारों के नुकसान हुए हैं, जिनके घरों में कोई कमाने वाला नहीं रहा है, उनको हमारी सरकार एक संविदा नियुक्ति देगी. मध्यप्रदेश में जिन परिवारों पर ये संकट आया है, उन परिवारों के लिए हम नौकरी देंगे.