भोपाल। एक तरफ सरकार उपचुनाव में व्यस्त है, वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में किसानों की खुदकुशी और मौत के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसी स्थिति में विपक्षी दल कांग्रेस के लिए सियासत करने का भरपूर मौका मिल रहा है. मंत्री गोपाल भार्गव के विधानसभा क्षेत्र में एक किसान की मौत का मामला आया है. वहीं कांग्रेस ने घटना की जांच करते हुए पीड़ित परिवार के भरण-पोषण की सरकार को जिम्मेदारी लेने की मांग की है.
बताया जा रहा है कि कर्ज से तंग बीमार किसान को सही इलाज न मिलने के कारण उसकी मौत हो गई है. मप्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी ने कहा है कि मंत्री गोपाल भार्गव के क्षेत्र गढ़ाकोटा स्थित किसान द्वारा कर्ज से तंग होकर इलाज के अभाव में अपनी जान गंवाने का जो घटनाक्रम सामने आया है. वह बेहद दुखद और निंदनीय है. इसमें सीधे तौर पर किसान की मौत के लिए सरकार जिम्मेदार है.
जहां सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है कि हम प्रदेश को साहूकारी मुक्त बना रहे हैं. शिवराज सरकार दावा करती है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति इलाज के अभाव में नहीं मारा जाएगा. यह दोनों बातें इस प्रसंग में असफल साबित हुई हैं और सीधे तौर पर सरकार इस मामले में दोषी है. हम इस घटना की जांच की मांग करते हुए कहना चाहते हैं कि किसान हितैषी होने का दम भरने वाली शिवराज सरकार इस समूचे प्रकरण की जांच कराएं. इलाज कराने में असफल होने और कर्ज से तंग होने के कारण जो किसान ने अपनी जान गंवाई है. यह इस बात का इशारा है कि सरकार उसकी हिफाजत और उसका इलाज कराने में असफल रही है. इसके लिए सरकार दोषी है. इस पूरे प्रकरण की जांच कराई जाए. किसान का पूरा कर्ज माफ कर उसके परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी सरकार ले.