भोपाल। कोरोना मरीज के शव से किए गए अमानवीय व्यवहार का पूर्व जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने न्यायिक जांच की मांग की है. स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा से मांग करते हुए शर्मा ने कहा कि जो भी इस मामले में दोषी हैं, उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि अपने रिकॉर्ड को खराब नहीं करने के चक्कर में अस्पताल ने ये अमानवीय कृत्य किया है.
23 जून को भोपाल के पीपुल्स अस्पताल में किडनी के मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसकी 5 जुलाई को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद पीपुल्स अस्पताल प्रबंधन ने प्रशासन से मदद मांगी थी क्योंकि कोरोना संक्रमित पीपुल्स अस्पताल में नहीं होते हैं.
जिसके बाद कोरोना सेंटर बनाए गए चिरायु अस्पताल की एंबुलेंस मरीज को लेने अस्पताल पहुंची, लेकिन चिरायु अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में ही मरीज ने दम तोड़ दिया. शव को वापस चिरायु की एंबुलेंस पीपुल्स अस्पताल के बाहर ही छोड़कर चली गई. काफी देर तक लाश वहीं पड़ी रही, मामले के बढ़ने के बाद चिरायु के एंबुलेंस से शव ले जाया गया.