भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति बदहाल है. प्रदेश में सिर्फ भोपाल और जबलपुर में कोरोना वायरस की जांच हो रही है. जिसको लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर स्टेट वायरोलॉजी लैब शुरु नहीं कराने का आरोप लगाया है. वहीं उन्होंने इस परिस्थिति में कांग्रेस के हर एक सिपाही के साथ होने की बात कही है.
कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि कमलनाथ सरकार के प्रयास से गांधी मेडिकल कालेज में स्टेट वायरोलॉजी लैब की शुरुआत की गई थी. जनवरी 2020 में तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ ने स्टेट वायरोलॉजी लैब का उद्घाटन किया था. लेकिन उसमें जांच शुरू नहीं हुई है. मप्र कांग्रेस ने सरकार से लैब पूर्ण रूप से क्रियाशील किये जाने की मांग की है.
भूपेन्द्र गुप्ता ने सरकार से मांग की है कि स्थानीय गांधी मेडिकल कॉलेज में जनवरी 2020 में विजयलक्ष्मी साधौ ने जिस स्टेट वायरोलॉजी लैब का उद्घाटन किया था. उसे पूर्ण रूप से क्रियाशील किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 23 करोड़ से निर्मित इस अत्याधुनिक लैब के होते हुये भी Covid-19 वायरस की जांच या तो एम्स में या फिर ICMR लैब जबलपुर में हो रही है. जबकि इसे रियेजेंट व किट्स उपलब्य करा के कोरोना से लड़ने की प्रदेश की क्षमता का विस्तार किया जा सकता है.
वहीं भूपेंद्र गुप्ता ने सरकार से निवेदन किया है कि चिकित्सकों के तबादले करने से ज्यादा जरूरी क्षमता विस्तार है. तैयार संरचना का उपयोग करने में चूक मानवता के साथ खिलवाड़ होगा. भोपाल में अभी स्वाइन फ्लू और हरफीज जैसे वायरस का टेस्ट हो रहा है. सरकार तत्काल इसे COVID-19 के परीक्षण के लिये भी शुरू करें. जिससे कोरोना को पछाड़ा जा सके. कांग्रेस का हर एक सिपाही सकारात्मक सुझावों के साथ इस संकट में साथ है.