भोपाल। कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा छीने जाने के बाद कांग्रेस आक्रमक हो गई है. कांग्रेस में आज मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और चुनाव आयोग को शिकायत कर कहा है कि प्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव चल रहे हैं. और आदर्श आचार संहिता प्रभाव शील है. चुनाव प्रचार चरम पर है, तीन नवंबर को मतदान होना है. प्रदेश के भाजपा के नेता चुनाव प्रचार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, मंत्री इमरती देवी, कमल पटेल, बिसाहूलाल सिंह, गिर्राज दंडोतिया प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर सांसद शंकर लालवानी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के खिलाफ असंसदीय, अशोभनीय टिप्पणी कर अपमानित कर रहे हैं. जो आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है. इस मामले में चुनाव आयोग को स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी थी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.
भाजपा नेताओं के वो बयान
कमलनाथ पर कार्रवाई के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस ने चुनाव आयोग को भाजपा के नेताओं के उन बयानों का ब्यौरा सौंपा है. जिन बयानों को लेकर कांग्रेस ने पहले शिकायत दर्ज कराई थी और वह बयान कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मामले में आपत्तिजनक थे.
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कमलनाथ को कहा कुएं का मेढक और नाग
6 अक्टूबर को कमल पटेल जो कि शिवराज सरकार में कृषि मंत्री हैं उन्होंने उज्जैन में एक सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ को छिंदवाड़ा के कुएं के मेंढक और किसानों के रूप में ऊपर नाग की तरह बैठा हुआ कहा.
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ को कहा चैतुआ
7 अक्टूबर को गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ को चैतुआ कहा. इस शब्द का उपयोग उन लोगों के लिए कहा जाता है, जो चैत माह में काम के लिए भटकते रहते हैं. कांग्रेस का कहना है कि कमलनाथ का अपमान किया गया था.
नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ को बताया बूढ़ा
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने 13 अक्टूबर को कमलनाथ को बुड्ढा कहकर अपमानित किया.
इंदौर सांसद ने कमलनाथ को कमरनाथ कहा
22 अक्टूबर को इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने इंदौर में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित कर कमलनाथ के प्रति अशोभनीय टिप्पणी करते हुए कहा कि कमलनाथ, कमलनाथ नहीं कमरनाथ हैं.
भाजपा प्रत्याशी ने कमलनाथ की गर्दन काटने की बात कही
22 अक्टूबर को शिवराज सरकार के मंत्रियों और दिमिनी से भाजपा प्रत्याशी गिर्राज दंडोतिया ने कहा, कमलनाथ ने अगर आइटम शब्द दिमनी में कहा होता तो गर्दन कट जाती. यहां से उनकी लाश जाती.
शिवराज सिंह ने कमलनाथ को कहा रावण जैसा मायावी
23 अक्टूबर को शिवराज सिंह ने कहा कमलनाथ तो रावण जैसे मायावी हैं, बच कर रहना.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने दिग्विजय सिंह को कपट वाला बदमाश कहा
23 अक्टूबर को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दिग्विजय सिंह को अपने संबोधन में राजगढ़ में भ्रम जाल और कपट वाला बदमाश कहा.
इमरती देवी ने कमलनाथ को लुच्चा-लफंगा, शराबी और कबाड़ी कहा
24 अक्टूबर को शिवराज सरकार की मंत्री और डबरा से प्रत्याशी इमरती देवी ने कमलनाथ को लुच्चा, लफंगा, शराबी, कबाड़ी के साथ ही कहा कि बंगाल का आदमी है, पागल हो गया उनकी मां बहनें बंगाल का आइटम हैं.
मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कमलनाथ और कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी को आपत्तिजनक शब्द कहे
शिवराज सरकार के मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने अनूपपुर में 28 अक्टूबर को कहा कि कमलनाथ कहता था कि दूध का दाम 25 रुपए बढ़ाएगा. पहले दूध पीना तो शुरू कर. कह रहा है कि गौशाला मैने बनाई हैं, गौशाला तो मुख्यमंत्री ने बनाई है, वह तो कुछ बना रहा है. वहीं उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी के लिए रखैल शब्द का उपयोग किया.
शिवराज सिंह कमलनाथ को शैंपेन की बोटल लेकर घूमने वाला और पापी व्यक्ति बताया
28 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बड़ा मलहरा में कमलनाथ को संबोधित करते हुए कहा कि कमलनाथ अब बताओ हम नारियल फोड़ रहे हैं या नहीं अब हम तुम्हारी तरह शैंपेन की बोतल लेकर तो नहीं घूम सकते. वहीं उन्होंने कमलनाथ को पापी व्यक्ति बताया.
कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेसियों को फटीचर और कमलनाथ को मानसिक रूप से दरिद्र बताया
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने नेपानगर में 29 अक्टूबर को कांग्रेसियों को फटीचर बताया और कहा कि अब यह बोलेरो में घूमते हैं. वहीं 30 अक्टूबर को इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ को मानसिक रूप से दरिद्र बताया.
कांग्रेस की चुनाव आयोग से मांग, प्रचार पर लगाया जाए बैन
मध्य प्रदेश कांग्रेस के चुनाव आयोग कार्य के प्रभारी जेपी धनोपिया ने कहा है कि इन बयानों के अलावा कई ऐसे बयान हैं, जिससे साफ है कि भाजपा नेताओं द्वारा सरेआम खुलकर आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है. कांग्रेस नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के प्रति अनर्गल, असंसदीय भाषा का उपयोग कर उन्हें सार्वजनिक रूप से बेइज्जती करने का कार्य आज भी बदस्तूर जारी है. जेपी धनोपिया ने निर्वाचन आयोग से मांग की है कि इस तरह की शब्दावली आचार संहिता का खुला उल्लंघन है. ऐसी स्थिति में सभी संबंधित भाजपा नेताओं के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज कर 28 विधानसभा क्षेत्रों में उनके प्रचार पर प्रतिबंध लगाया जाए.