भोपाल। मंगलवार को पीसीसी में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति की अहम बैठक हुई. अनुशासन समिति के अध्यक्ष पूर्व मंत्री भारत सिंह ने बताया कि आज की बैठक में हमारे सामने अनुशासनहीनता के 14 मामले आए थे. सभी पर हमने गंभीरता से विचार किया है. इन मामलों पर क्या कार्रवाई की जानी है, यह निर्णय फरवरी माह में होने वाली बैठक में लिया जाएगा. बैठक में पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह और लाखन सिंह से जुड़े प्रकरणों पर भी चर्चा हुई है.
त्वरित कार्रवाई नहीं
इन मामलों से जुड़े नेताओं के लिए राहत की बात ये है कि उपचुनाव के दौरान अपनी पार्टी के खिलाफ काम करने के बावजूद उन पर अभी अनुशासन का डंडा नहीं चलेगा. यह बैठक समिति के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री भारत सिंह और मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर के नेतृत्व में हुई.
समिति के अध्यक्ष भारत सिंह ने बताया कि बैठक के दौरान डॉ गोविंद सिंह के खिलाफ भिंड जिला कांग्रेस द्वारा पारित किए गए संकल्प पर भी चर्चा हुई. साथ ही पूर्व मंत्री लाखन सिंह के वीडियो वायरल होने के मामले पर भी विचार विमर्श हुए हैं.
नोटिस देकर मांगा जाएगा जवाब
मध्य प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति के अध्यक्ष भारत सिंह ने बताया कि जिन लोगों पर अनुशासनहीनता के आरोप लगे हैं,उन्हें नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा. जवाब आने के बाद फरवरी में फिर बैठक होगी. जिसमें आगे की कार्रवाई की जाएगी.
लाखन सिंह यादव का मामला
कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे और मौजूदा विधायक लाखन सिंह यादव के एक वायरल वीडियो ने कांग्रेस पार्टी में खलबली मचा दी थी.वीडियो ग्वालियर के कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं की मीटिंग का था. इसमें लाखन सिंह यादव ने कांग्रेस के नेतृत्व पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा था कि उपचुनाव में टिकट का सही वितरण होता तो कांग्रेस सभी सीटों पर जीतती.
ये भी पढ़ेंःअपनी ही पार्टी पर सवाल उठा गए लाखन सिंह, बोले- टिकट वितरण सही होता तो उपचुनाव में होती जीत
डॉ गोविंद सिंह पर गंभीर आरोप
पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह, चंबल क्षेत्र के ही नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी में भी कद्दावर नेता माने जाते हैं. लेकिन उपचुनाव में मेहंगाव विधानसभा की हार का जिम्मेदार जिला कांग्रेस और कई पोलिंग एजेंट्स ने पूर्व मंत्री को ही ठहराया. यहां तक कि जिला अध्यक्ष को अधिकृत कर जिला कार्यकारिणी के 114 सदस्यों ने नाराजगी जताते हुए लहार विधायक के खिलाफ 6 साल के निलंबन को लेकर निंदा प्रस्ताव पास किया था.
ये भी पढ़ेंःकांग्रेस में फिर सामने आई गुटबाजी, जिला अध्यक्ष ने पूर्व मंत्री के खिलाफ खोला मोर्चा