भोपाल। भिंड में एक युवक ने हैंडपंप खराब होने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज कराई थी, जिस पर पीएचई विभाग ने जवाब देते हुए शिकायतकर्ता को पागल घोषित कर दिया और लिखा है कि, 'हैंडपंप उखाड़कर शिकायतकर्ता के सीने में गाड़ दिया जाएगा'. जिस पर मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने निशाना साधा है. गुप्ता का कहना है कि, इस तरह की भाषा का इस्तमाल कर शिकायतकर्ता को जवाब दिए जा रहे हैं, ये मध्यप्रदेश की निरंकुश नौकरशाही का एक बड़ा नमूना है. इस मामले पर पूरा प्रशासनिक आमला खामोश है.
बता दें कि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार में चल रहे किसान कर्जमाफी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से सवाल पूछना शुरू किए था. जिस पर पलटवार करते हुए गुप्ता ने सीएम शिवराज सिंह से रोजाना सवाल करने का सिलसिला शुरू किया है. इसी कड़ी में आज भूपेन्द्र गुप्ता ने सातवें सवाल में सीएम हेल्पलाइन से दिए जाने वाले जवाबों को लेकर सवाल पूछा है.
गुप्ता ने बताया कि, 7 जून 2020 को शिकायत क्रमांक 11537734 के माध्यम से एक शिकायत के जवाब में पीएचई विभाग की ओर से दिए गए जवाब में शिकायतकर्ता को गलत भाषा में जवाब दिया. उनका कहना है कि, सीएम हेल्पलाइन जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं शिवराज सिंह चौहान करते हैं, उसके द्वारा दिए गए अधिकृत जवाब में शिकायतकर्ता को पागल बताया जाता है. साथ ही लिखा जाता है कि, उसके पूरे परिवार को मिर्गी के दौरे आते हैं और इनके खिलाफ चीनी गुरिल्ला युद्ध छेड़ देना चाहिए. शिवराज सरकार ने अपने कार्यपालन यंत्री के माध्यम से ये कहा है कि, हैंडपंप खराब नहीं हैं, शिकायतकर्ता का दिमाग खराब है. इस कारण उसके सीने पर हैंडपंप गाड़ देना चाहिए.
वहीं उन्होंने कहा है कि, कुछ दिन पहले भी इमरती देवी ने हैंडपंप की मांग करने पर आंख फोड़ने की धमकी दी थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, झाबुआ में एक बीमार आदमी को पुलिस बेल्ट से पीटती हुई ले गई. गुना में तो किसान के बर्बरता की हद पार हो गई.