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कांग्रेस प्रवक्ताओं ने किया बैरसिया विधानसभा के 7 गांवों का दौरा, फसल नुकसान का लिया जायजा

बैरसिया विधानसभा क्षेत्र में पीला मोजेक के कारण कई गांव के किसानों की सोयाबीन की फसल खराब हो गई है और अभी तक शासन की ओर से कोई सर्वे कार्य नहीं कराया जा रहा है, इसे लेकर मप्र कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता जयश्री हरिकरण और कांग्रेस भोपाल जिला ग्रामीण अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव ने बैरसिया विधानसभा के 7 गांवों का दौरा किया और किसानों के खेतों पर जाकर उनकी फसल नुकसान का जायज़ा लिया.

Bhopal News
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Published : Sep 7, 2020, 7:32 PM IST

भोपाल। बैरसिया विधानसभा क्षेत्र में पीला मोजेक के कारण कई गांव के किसानों की सोयाबीन की फसल खराब हो गई है और अभी तक शासन की ओर से कोई सर्वे कार्य नहीं कराया जा रहा है. कल रविवार को मप्र कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता जयश्री हरिकरण और कांग्रेस भोपाल जिला ग्रामीण अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव ने बैरसिया विधानसभा के 7 गांवों का दौरा किया और किसानों के खेतों पर जाकर उनकी फसल नुकसान का जायज़ा लिया. इस दौरान नजीराबाद, रूनाहा, सोहाया, सोनकच्छ, रतुआ, ईंटखेड़ी, परवलिया व अन्य गांवों का दौरा कर किसानों से हाल जाना और सरकार से उचित मुआवजा दिलाने का पूर्ण आश्वासन दिया.

किसानों से बात करते हुए जयश्री हरिकरण ने वर्तमान सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला. जयश्री हरिकरण ने कहा कि 'प्रदेश इस समय कोरोना काल में दोहरे संकट से गुजर रहा है, पहले तो भाजपा ने एक स्थिर सरकार को तोड़कर लोकतंत्र की हत्या की, इसके बाद से लगातार प्रदेश की जनता उनके कई फैसलों से परेशान हो रही है. शिवराज देश के इकलौते मुख्यमंत्री हैं, जो एक अस्थिर सरकार बनाने के बाद महीनों तक मुख्यमंत्री पद के साथ-साथ अन्य मंत्रियों के कार्य को भी देखते रहें, या यूं कह लें कि भाजपा को किसी भी तरह से सत्ता चाहिए और शिवराज जी को मुख्यमंत्री पद की कुर्सी.'

जयश्री हरिकरण यहीं नहीं रूकी आगे कहा कि 2018 में जब कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो सबसे पहले किसानों की समस्या को ही दूर किया, इतना ही नहीं प्रदेश में फैले माफिया राज को भी लगभग खत्म करने की कोशिश की, लेकिन भाजपा ने फरेब कर स्थिर सरकार को पहले गिरा दिया। अब बैरसिया के किसान के साथ-साथ पूरे प्रदेश के किसान परेशान हैं.

वहीं जिला ग्रामीण अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि 'किसानों के हितैषी बनने वाले शिवराज सिंह चौहान को इस साल खुद को साबित करने का समय आ गया है, गत वर्ष बैरसिया दौरे के समय शिवराज सिंह चौहान ने सोयाबीन की फसल खराब हो जाने के बाद तत्कालीन प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से 40 हजार प्रति हैक्टेयर मुआवजा देने की मांग की थी, अब पूरे बैरसिया विधानसभा क्षेत्र में पीला मोजेक बीमारी होने से सोयाबीन की फसल खराब हो गई, जिससे किसानों के समक्ष संकट उत्पन्न हो गया है. ऐसे में हम वर्तमान सरकार से मांग करते हैं कि किसानों को मुख्यमंत्री अपने कहे अनुसार बेहतर मुआवजा देकर उन्हें आर्थिक तंगी होने से बचाएं.

भोपाल। बैरसिया विधानसभा क्षेत्र में पीला मोजेक के कारण कई गांव के किसानों की सोयाबीन की फसल खराब हो गई है और अभी तक शासन की ओर से कोई सर्वे कार्य नहीं कराया जा रहा है. कल रविवार को मप्र कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता जयश्री हरिकरण और कांग्रेस भोपाल जिला ग्रामीण अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव ने बैरसिया विधानसभा के 7 गांवों का दौरा किया और किसानों के खेतों पर जाकर उनकी फसल नुकसान का जायज़ा लिया. इस दौरान नजीराबाद, रूनाहा, सोहाया, सोनकच्छ, रतुआ, ईंटखेड़ी, परवलिया व अन्य गांवों का दौरा कर किसानों से हाल जाना और सरकार से उचित मुआवजा दिलाने का पूर्ण आश्वासन दिया.

किसानों से बात करते हुए जयश्री हरिकरण ने वर्तमान सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला. जयश्री हरिकरण ने कहा कि 'प्रदेश इस समय कोरोना काल में दोहरे संकट से गुजर रहा है, पहले तो भाजपा ने एक स्थिर सरकार को तोड़कर लोकतंत्र की हत्या की, इसके बाद से लगातार प्रदेश की जनता उनके कई फैसलों से परेशान हो रही है. शिवराज देश के इकलौते मुख्यमंत्री हैं, जो एक अस्थिर सरकार बनाने के बाद महीनों तक मुख्यमंत्री पद के साथ-साथ अन्य मंत्रियों के कार्य को भी देखते रहें, या यूं कह लें कि भाजपा को किसी भी तरह से सत्ता चाहिए और शिवराज जी को मुख्यमंत्री पद की कुर्सी.'

जयश्री हरिकरण यहीं नहीं रूकी आगे कहा कि 2018 में जब कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो सबसे पहले किसानों की समस्या को ही दूर किया, इतना ही नहीं प्रदेश में फैले माफिया राज को भी लगभग खत्म करने की कोशिश की, लेकिन भाजपा ने फरेब कर स्थिर सरकार को पहले गिरा दिया। अब बैरसिया के किसान के साथ-साथ पूरे प्रदेश के किसान परेशान हैं.

वहीं जिला ग्रामीण अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि 'किसानों के हितैषी बनने वाले शिवराज सिंह चौहान को इस साल खुद को साबित करने का समय आ गया है, गत वर्ष बैरसिया दौरे के समय शिवराज सिंह चौहान ने सोयाबीन की फसल खराब हो जाने के बाद तत्कालीन प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से 40 हजार प्रति हैक्टेयर मुआवजा देने की मांग की थी, अब पूरे बैरसिया विधानसभा क्षेत्र में पीला मोजेक बीमारी होने से सोयाबीन की फसल खराब हो गई, जिससे किसानों के समक्ष संकट उत्पन्न हो गया है. ऐसे में हम वर्तमान सरकार से मांग करते हैं कि किसानों को मुख्यमंत्री अपने कहे अनुसार बेहतर मुआवजा देकर उन्हें आर्थिक तंगी होने से बचाएं.

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