भोपाल। 4 दिन के मंथन के बाद कांग्रेस ने एमपी विधानसभा चुनाव 2023 के दावेदारों पर दिल्ली में चर्चा की. कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने 140 नामों पर चर्चा की है, लेकिन अभी इनके नाम तय नहीं किए गए हैं. एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने दिल्ली की बैठक में भाग लिया और जानकारी दी, उनका कहना हैं कि पितृ पक्ष के बाद इन नामों का एलान कर दिया जाएगा.
इन नामों में पूर्व मंत्री और विधायक शामिल: कांग्रेस में टिकट के दावेदारों पर अभी फैसला नहीं हो पाया है, करीब 90 नामों पर पेंच अड़ा हुआ है. पार्टी के मुताबिक 140 वे नाम हैं जो कि पूर्व मंत्री है और जो 2018 में जीते थे, वहीं दो बार से चुनाव जीत रहे विधायकों को पहले ही अपने विधानसभा क्षेत्र में काम करने के लिए कह दिया गया है. हालांकि पार्टी ने 90 नाम तय कर लिए हैं, इनमें कमलनाथ और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल का नाम शामिल हैं. सूत्रों की मानें तो "केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन सभी नामों पर चर्चा हुई है, पार्टी ने उन विधायकों पर फिर से भरोसा जताया है जो 2018 में जीते हैं. हालांकि पितृपक्ष के चलते अभी फिलहाल कांग्रेस की सूची रुकी है."
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कांग्रेस मुख्यालय में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर हुई महत्वपूर्ण बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी का वक्तव्य। pic.twitter.com/ET4MXphOdm
— MP Congress (@INCMP) October 7, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— MP Congress (@INCMP) October 7, 2023कांग्रेस मुख्यालय में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर हुई महत्वपूर्ण बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी का वक्तव्य। pic.twitter.com/ET4MXphOdm
— MP Congress (@INCMP) October 7, 2023
इन पर बन रही सहमति: कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए पूर्व मंत्रियों को भी मैदान में उतारा जा रहा है. सज्जन वर्मा, जीतू पटवारी, पीसी शर्मा, विजयलक्ष्मी साधो, सचिन यादव, बाला बच्चन, सुखदेव पांसे सहित बाकी मंत्रियों को भी मैदान में उतरने की तैयारी कांग्रेस ने की है. इसी के साथ पार्टी रामनिवास रावत, बैजनाथ कुशवाह, सतीश सिकरवार, प्रगीलाल जाटव, कैलाश कुशवाहा, दरबार सिंह लोधी, प्रवीण पाठक, किरण अहिरवार, लाखन सिंह यादव, नीलांशु चतुर्वेदी, सुरेश राज, सिद्धार्थ सुखलाल कुशवाहा, फूल सिंह बरैया, अजय सिंह राहुल, लक्ष्मण सिंह, कमलेश्वर पटेल, जयवर्धन सिंह, संजय यादव, हरी बाबू राय, लखन घनघोरिया, विनय सक्सेना, अभिषेक चौकसे, तरुण भनोट, भूपेंद्र मरावी, ओंकार सिंह मरकाम, देवेंद्र सिंह पटेल, संजय शर्मा, कमलनाथ, निलय डागा, योगेंद्र सिंह, आरिफ मसूद, विशाल पटेल, संजय शुक्ला, प्रताप ग्रेवाल, उमंग सिंगार, सुरेंद्र सिंह हनी बघेल, हीरालाल अलावा, विपिन वानखेड़े, कुणाल चौधरी, महेश परमार, झूमा सोलंकी, रवि जोशी, गोविंद सिंह रीना बोरासी और रामलाल मालवीय पर भी दांव खेल सकती है.
बीजेपी और कांग्रेस की कार्यशैली में फर्क: एमपी में होने वाले चुनावों में बीजेपी की कमान अमित शाह ने अपने हाथों ले रखी है. रणनीति के तहत सबसे पहले शाह ने कांग्रेस की उन सीटों पर सेंध लगाने की कोशिश की है, जो कांग्रेस ने 2018 में जीती थीं. साथ ही वे सीटें भी जो कांग्रेस लगातार दो चुनावो से जीतती आ रही हैं, तो वहीं कांग्रेस का जिक्र करें तो कांग्रेस बीजेपी की तरह मुफ्त रेवड़ियां नहीं बांट सकती, क्योंकि कांग्रेस विपक्ष में है. फिलहाल शिवराज सरकार एक दिन में करोड़ों के एलान कर रहे हैं और जनता को सौगात दे रही है.
चुनाव में मुफ्त रेवड़ियों के आगे मंहगाई बौनी: बीजेपी ने उस वोटर को साध लिया है जो घर से निकलकर सबसे पहले वोट डालता है, उसको सब कुछ मुफ्त देकर उसके वोट को पक्का कर लिया है. मध्यम वर्ग की तरफ किसी भी पार्टी का ध्यान नहीं है, इन मुफ्त की योजनाओं के आगे मंहगाई बौनी साबित हो रही है. डीजल, पेट्रोल सहित तमाम चीजें महंगी हैं, लेकिन चुनाव में मंहगाई मुद्दा ही नहीं है.