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कांग्रेस ने बुलाई समीक्षा बैठक, EVM पर फोड़ा हार का ठीकरा, शीर्ष नेतृत्व पर भी नेताओं ने निकाला गुस्सा

MP Congress Review Meeting: मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजों में मिली हार को लेकर कांग्रेस चकित है. कांग्रेस को ऐसे परिणाम की उम्मीद नहीं थी. प्रदेश में मिली हार को लेकर कांग्रेस ने समीक्षा बैठक बुलाई. जहां नेताओं ने अपने-अपने तरीके से हार का ठीकरा फोड़ा.

MP Congress review meeting
प्रदेश कार्यालय में कांग्रेस की बैठक
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 5, 2023, 2:52 PM IST

Updated : Dec 5, 2023, 3:42 PM IST

कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह का बयान

भोपाल। हार की समीक्षा के लिए कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में बुलाई गई बैठक में कांग्रेस नेताओं ने जमकर भड़ास निकाली. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 'ग्वालियर चंबल इलाके में कांग्रेस नेता अकेले ही लड़ते रहे. कांग्रेस का कोई भी सीनियर नेता मदद के लिए नहीं पहुंचा, जबकि भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सिंधिया तक लगातार इस क्षेत्र में सक्रिय रहे. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हमें एक दूसरे का हाथ पकड़ कर चलना होगा. जिस तरह से आरएसएस काम करती है.

प्रदेश कार्यालय में हुई कांग्रेस की समीक्षा बैठक में चुनाव में उतरे कांग्रेस नेताओं ने हार की अपनी अपनी वजह बताई. कई नेताओं ने हार की मुख्य वजह ईवीएम ने गड़बड़ी और प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग बताया. हालांकि कांग्रेस नेताओं चुनाव में संगठन की भूमिका पर संतुष्टि जताई. हालांकि कांग्रेस विधायक अजय सिंह ने हार की वजह को लेकर कहा कि इसमें किसकी जिम्मेदारी होगी, यह पार्टी तय करेगी.

  • प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी विधानसभा निर्वाचन 2023 के कांग्रेस प्रत्याशियों की बैठक को संबोधित कर रहे हैं। pic.twitter.com/vh9BOJAVvN

    — MP Congress (@INCMP) December 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

किस नेता ने क्या कहा: कांग्रेस के सीनियर नेता लक्ष्मण सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जमकर काले धन का उपयोग हुआ है. मंदिरों में पैसा रखकर बांटा गया. प्रशासनिक मशीनरी का जमकर दुरूपयोग हुआ. हालांकि लक्ष्मण सिंह हार की वजह ईवीएम को नहीं मानते. उनका कहना है कि अगर कई जगह हमारे विधायक जीते हैं तो फिर उन्हें भी हारना चाहिए था.

कमलेश्वर पटेल ने कहा कि जिस तरह के नतीजे आए हैं. उसे मध्य प्रदेश के कर्मचारी अधिकारी से लेकर बीजेपी के कई नेता और प्रदेश की जनता तक आश्चर्यचकित है. चुनाव में जमकर आचार संहिता के नियमों की धज्जियां उड़ाई गई. मतदान के 2 दिन पहले महिलाओं के खाते में पैसे डाले गए. कमलेश्वर पटेल ने चुनाव में ईवीएम की गड़बड़ी को भी जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पूरे दिन मतदान के बाद भी वैलिड मशीन की बैटरी फुल दिखती रही जो गड़बड़ी का संकेत है.

कालापीपल से चुनाव हार चुके कुणाल चौधरी ने कहा कि चुनाव में कांग्रेस की हर क्यों हुई, समीक्षा के बाद ही पता चलेगा, लेकिन मध्य प्रदेश में बीजेपी की लहर थी या कुछ और इसका अंदाजा कोई नहीं लग सका. मध्य प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना की भी बीजेपी की जीत में भूमिका रही है. हालांकि कांग्रेस संगठन ने खूब मेहनत की है.

हार पर बोले कुणाल चौधरी

विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा कि चुनाव में बीजेपी ने फर्जी वोटिंग से लेकर ईवीएम तक में जमकर गड़बड़ी की है. कागज दिखाते हुए विजयलक्ष्मी कहती हैं कि काउंटिंग के दौरान दो ईवीएम की तो काउंटिंग ही नहीं हो सकी, क्योंकि इन दोनों में ज्यादा वोट डाले गए थे. उनके हर बूथ पर करीब 50 वोट फर्जी डाले गए. हालांकि संगठन में बदलाव के सवाल पर भी कहती हैं कि कमलनाथ ने 2020 में सरकार गंवाने के बाद से ही लगातार जमकर मेहनत की थी. उनकी मेहनत हम सभी ने देखी है.

उमंग बोले मेरी क्या भूमिका होगी पार्टी संगठन तय करेगा: कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने भी कांग्रेस की हार का ठीकरा वोटिंग मशीनों पर फोड़ा. उन्होंने कहा कि जब पोस्टल बैलट में पार्टी जीत रही थी, तो ईवीएम मशीन में चुनाव कैसे हार गई. उमंग सिंघार और दिग्विजय सिंह के बीच पिछले कुछ समय से चले आ रहे विवाद पर उनके द्वारा माफी मांगे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि 'हम सभी एक परिवार का हिस्सा हैं, हमारा उनसे मतभेद हो सकता है, मनभेद नहीं. उमंग सिंघार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष या कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का दावेदार माना जा रहा है. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरी आगे की क्या भूमिका होगी यह पार्टी आला कमान तय करेगा.

यहां पढ़ें...

कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह का बयान

भोपाल। हार की समीक्षा के लिए कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में बुलाई गई बैठक में कांग्रेस नेताओं ने जमकर भड़ास निकाली. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 'ग्वालियर चंबल इलाके में कांग्रेस नेता अकेले ही लड़ते रहे. कांग्रेस का कोई भी सीनियर नेता मदद के लिए नहीं पहुंचा, जबकि भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सिंधिया तक लगातार इस क्षेत्र में सक्रिय रहे. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हमें एक दूसरे का हाथ पकड़ कर चलना होगा. जिस तरह से आरएसएस काम करती है.

प्रदेश कार्यालय में हुई कांग्रेस की समीक्षा बैठक में चुनाव में उतरे कांग्रेस नेताओं ने हार की अपनी अपनी वजह बताई. कई नेताओं ने हार की मुख्य वजह ईवीएम ने गड़बड़ी और प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग बताया. हालांकि कांग्रेस नेताओं चुनाव में संगठन की भूमिका पर संतुष्टि जताई. हालांकि कांग्रेस विधायक अजय सिंह ने हार की वजह को लेकर कहा कि इसमें किसकी जिम्मेदारी होगी, यह पार्टी तय करेगी.

  • प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी विधानसभा निर्वाचन 2023 के कांग्रेस प्रत्याशियों की बैठक को संबोधित कर रहे हैं। pic.twitter.com/vh9BOJAVvN

    — MP Congress (@INCMP) December 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

किस नेता ने क्या कहा: कांग्रेस के सीनियर नेता लक्ष्मण सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जमकर काले धन का उपयोग हुआ है. मंदिरों में पैसा रखकर बांटा गया. प्रशासनिक मशीनरी का जमकर दुरूपयोग हुआ. हालांकि लक्ष्मण सिंह हार की वजह ईवीएम को नहीं मानते. उनका कहना है कि अगर कई जगह हमारे विधायक जीते हैं तो फिर उन्हें भी हारना चाहिए था.

कमलेश्वर पटेल ने कहा कि जिस तरह के नतीजे आए हैं. उसे मध्य प्रदेश के कर्मचारी अधिकारी से लेकर बीजेपी के कई नेता और प्रदेश की जनता तक आश्चर्यचकित है. चुनाव में जमकर आचार संहिता के नियमों की धज्जियां उड़ाई गई. मतदान के 2 दिन पहले महिलाओं के खाते में पैसे डाले गए. कमलेश्वर पटेल ने चुनाव में ईवीएम की गड़बड़ी को भी जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पूरे दिन मतदान के बाद भी वैलिड मशीन की बैटरी फुल दिखती रही जो गड़बड़ी का संकेत है.

कालापीपल से चुनाव हार चुके कुणाल चौधरी ने कहा कि चुनाव में कांग्रेस की हर क्यों हुई, समीक्षा के बाद ही पता चलेगा, लेकिन मध्य प्रदेश में बीजेपी की लहर थी या कुछ और इसका अंदाजा कोई नहीं लग सका. मध्य प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना की भी बीजेपी की जीत में भूमिका रही है. हालांकि कांग्रेस संगठन ने खूब मेहनत की है.

हार पर बोले कुणाल चौधरी

विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा कि चुनाव में बीजेपी ने फर्जी वोटिंग से लेकर ईवीएम तक में जमकर गड़बड़ी की है. कागज दिखाते हुए विजयलक्ष्मी कहती हैं कि काउंटिंग के दौरान दो ईवीएम की तो काउंटिंग ही नहीं हो सकी, क्योंकि इन दोनों में ज्यादा वोट डाले गए थे. उनके हर बूथ पर करीब 50 वोट फर्जी डाले गए. हालांकि संगठन में बदलाव के सवाल पर भी कहती हैं कि कमलनाथ ने 2020 में सरकार गंवाने के बाद से ही लगातार जमकर मेहनत की थी. उनकी मेहनत हम सभी ने देखी है.

उमंग बोले मेरी क्या भूमिका होगी पार्टी संगठन तय करेगा: कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने भी कांग्रेस की हार का ठीकरा वोटिंग मशीनों पर फोड़ा. उन्होंने कहा कि जब पोस्टल बैलट में पार्टी जीत रही थी, तो ईवीएम मशीन में चुनाव कैसे हार गई. उमंग सिंघार और दिग्विजय सिंह के बीच पिछले कुछ समय से चले आ रहे विवाद पर उनके द्वारा माफी मांगे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि 'हम सभी एक परिवार का हिस्सा हैं, हमारा उनसे मतभेद हो सकता है, मनभेद नहीं. उमंग सिंघार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष या कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का दावेदार माना जा रहा है. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरी आगे की क्या भूमिका होगी यह पार्टी आला कमान तय करेगा.

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Last Updated : Dec 5, 2023, 3:42 PM IST
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