भोपाल। कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रदेश में आंगनबाड़ियों की हालत बेहद खराब है. 2021 में हुए नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में सामने आया कि प्रदेश में 5 वर्ष तक के 35 लाख बच्चे कुपोषण के शिकार हैं, जो देश के सभी प्रांतों में सर्वाधिक हैं. पीसी शर्मा ने आरोप लगाया कि आंगनबाड़ियों में ना बच्चों को सही पोषण मिल रहा है और ना ही यहां बेसिक सुविधाएं उपलब्ध हैं. यही वजह है कि प्रदेश में कुपोषण की स्थिति में सुधार नहीं हो रहा.
अफसर भी मान रहे हैं कुपोषण के तथ्य : शर्मा ने कहा कि इसको लेकर पिछले दिनों मध्यप्रदेश महिला एवं बाल विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव के पत्र का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि विभाग के अफसर ही मान रहे हैं कि प्रदेश में अति गंभीर कुपोषित बच्चों का मूल्यांकन ठीक तरह से नहीं हो रहा है, जो जिलों से रिपोर्ट आ रही है उसमें गंभीर कुपोषित बच्चों की ठीक से पहचान ही नहीं की जा रही. आंकड़ों में उन्हें कम बता कर कुपोषण को खत्म किया जा रहा है.
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आंगनबाड़ियों में शौचालय तक नहीं : वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में 97 हज़ार 135 आंगनवाडिया हैं, जिनमें से 32338 आंगनबाड़ियों में शौचालय उपलब्ध नहीं हैं. 8623 आंगनबाड़ियों में खाने के लिए थालियां और 12235 आंगनबाड़ियों में पीने के पानी के गिलास उपलब्ध नहीं है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी की सरकार प्रदेश में 17 सालों में भी कुपोषण को दूर नहीं कर सकी. अब जब चुनाव नजदीक है तो सरकार दावा कर रही है कि 17 महीनों में प्रदेश से कुपोषण दूर कर दिया जाएगा. भूपेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार सिर्फ बड़े घोटालों को दबाने के लिए ही भव्य इवेंट करती है. सरकार के पास 60 हज़ार आंगनबाड़ियों को गोद लेने की प्रस्ताव आ चुके हैं जबकि 30 हज़ार आंगनबाड़ियों में शौचालय तक नहीं हैं.