सागर। दमोह उपचुनाव भाजपा प्रत्याशी का नामांकन दाखिल करने और मुख्यमंत्री की सभा के बाद मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के लिए कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर सियासत शुरू हो गई है. कांग्रेस ने मांग की है कि मुख्यमंत्री ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के साथ मंच साझा किया था. मंत्री गोविंद सिंह राजपूत लंबे समय तक मास्क नहीं लगाए थे और कोरोना गाइडलाइन को ताक पर रखकर सब से हाथ मिला रहे थे. दमोह के कार्यक्रम के दूसरे दिन ही मंत्री कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और वहां मौजूद भाजपा नेताओं और मंत्रिमंडल के सदस्यों क्वॉरेंटाइन होना चाहिए.
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अगर कोरोना सच्चा तो मुख्यमंत्री करें गाइडलाइन का पालन
मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने मुख्यमंत्री के क्वारंटाइन होने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री ने परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के साथ दमोह में मंच साझा किया था. जिसमें गोविंद सिंह राजपूत मुख्यमंत्री की उपस्थिति में बिना मास्क पहने सब से हाथ मिला रहे थे और उसी के दूसरे दिन परिजनों सहित कोरोना पॉजिटिव हो गए. कांग्रेस ने कहा है कि अगर कोरोना आज सच्चा है, तो गाइडलाइन के हिसाब से मुख्यमंत्री क्वारंटाइन क्यों नहीं हो रहे हैं? वह तो दूसरे प्रदेशों में भी सभाएं करके कोरोना गाइडलाइन का मजाक उड़ा रहे हैं.
क्या गाइडलाइन सिर्फ आम जनता के लिए है
भूपेंद्र गुप्ता ने सवाल खड़े करते हुए कहा है कि क्या नियम और गाइडलाइन केवल जनता के लिए है या कोरोना के नाम पर राजनीति की जा रही है. भूपेंद्र गुप्ता ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए पूछा है कि क्या भाजपा के लोगों को कोरोना कैरियर बनकर घूमने की आजादी है ? इस तरह कानून की धज्जियां उड़ाने पर सरकार का मौन क्यों हैं. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री को जनता में विश्वास पैदा करने के लिए तुरंत क्वॉरेंटाइन होना चाहिए. किसी बीमारी को राजनीति का शस्त्रागार का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए.