भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा के मानसून सत्र की तारीख को लेकर सियासी संग्राम मचा हुआ है. पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विधानसभा का मानसून सत्र को आगे बढ़ाने के लिए राज्यपाल मंगू भाई छगन भाई पटेल को पत्र लिखा था. पत्र में कमलनाथ ने आदिवासी दिवस का हवाला देकर कहा था कि आदिवसी दिवस के दिन प्रदेश में छुट्टी होना चाहिए. कमलनात के इस पत्र पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा था कि आदिवासियों का तो बहाना है, कमलनाथ को विदेशों में उद्योगपतियों से मुलाकात करनी है. इसलिए कमलनाथ सत्र को आगे बढ़ाना चाहते है.
कमलनाथ सरकार ने घोषित की थी छुट्टी
कमलनाथ ने पत्र में जिक्र किया था कि आदिवासी दिवस पर उनकी सरकार ने छुट्टी घोषित की थी. लिहाजा विधानसभा सत्र को आगे बढ़ाना चाहिए. आदिवासी दिवस पर विधानसभा सत्र बुलाना इस वर्ग के साथ अन्याय है. वहीं कमलनाथ के इस पत्र पर बीजेपी का कहना है कि कमलनाथ को आदिवासियों की चिंता नहीं है, बल्कि उनको निजी दौरे पर विदेश जाना है और उद्योगपतियों से मुलाकात करना है. इसी वजह से कमलनाथ सत्र को बढ़ावाना चाहते हैं.
कमलनाथ को निजी दौरे पर विदेश जाना है- अरविंद भदौरिया
इस मामले में कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया का कहना है कि कमलनाथ को आदिवासियों की चिंता नहीं है बल्कि उनको निजी दौरे पर विदेश जाना है. उद्योगपतियों से मुलाकात करना है. इसी वजह से कमलनाथ सत्र को बढ़ावाना चाहते हैं.
मानसून सत्र में वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट के बिना विधायकों को नहीं मिलेगा प्रवेश- विधानसभा अध्यक्ष
बीजेपी के नेता अच्छे पागलखाने में जाकर इलाज कराएं- नरेंद्र सलूजा
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का कहना है कि कमलनाथ लगातार राजधानी भोपाल में बैठक ले रहे हैं. 4 दिन मेगा बैठके हैं. बीजेपी के लोगों को अच्छे पागलखाने जाकर इलाज कराना चाहिए. जिससे उन्हें बातें समझ आए. कमलनाथ ने सिर्फ 1 दिन सत्र बढ़ाने की बात कही है.