भोपाल। जिला योजना समिति की बैठक के दौरान प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी और स्थानीय सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी में विवाद हो गया. देवास सांसद ने भरी बैठक में जहां माफिया के नाम पर हो रही कार्रवाई को जानबूझकर बीजेपी कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने की साजिश बताया. वहीं उन्होंने प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी से भी बहस की.
मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि देवास में माफिया के खिलाफ हो रही कार्रवाई से बौखलाए सांसद ने जिला योजना समिति की बैठक में व्यवधान उत्पन्न किया है. जबकि सांसद और विधानसभा सदस्य जिला योजना समिति में सिर्फ स्थाई आमंत्रित सदस्य होते हैं. मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि मध्य प्रदेश जिला योजना समिति अधिनियम 1995 में स्पष्ट प्रावधान है कि प्रभारी मंत्री योजना समिति के अध्यक्ष होते हैं एवं कलेक्टर सचिव होता है.
लोकसभा और विधानसभा सदस्य केवल स्थाई आमंत्रित सदस्य होते हैं. उनको किसी तरह का मतदान का अधिकार भी नहीं होता है. इसके बाद भी देवास सांसद द्वारा जो व्यवधान बैठक में डाला गया और मांग की गई कि मुझे अध्यक्ष के साथ कुर्सी दी जाए और मुझे सम्मान दिया जाए. यह व्यर्थ की राजनैतिक बात थी,जो कि नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि इसकी असल वजह है यह है कि जो देवास में माफिया के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई की है. बड़े-बड़े माफिया को ध्वस्त किया है, जो बीजेपी को चंदा देते हैं और उनका खर्चा उठाते हैं. यह उनके खिलाफ हो रही कार्रवाई की बौखलाहट है, जो सांसद के व्यवहार में स्पष्ट दिखाई दी. बैठक में अन्य बीजेपी के विधायक भी थे. उनके द्वारा कोई विरोध दर्ज नहीं किया गया, ना ही किसी मुद्दे पर बातचीत हो रही थी. यह केवल और केवल बौखलाहट थी.